पाहलगाम हमले का बदला: भारत की POK में सर्जिकल स्ट्राइक, 100 आतंकी ढेर
पाहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और POK में जैश और लश्कर के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। ऑपरेशन ‘सिंदूर’ में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। जानिए पूरी खबर और पाकिस्तान की प्रतिक्रिया।
दोस्तों, 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद एक आतंकवादी ने हमारी हिंदू बहन से कहा था कि जाकर मोदी को बता देना। इस हमले के ठीक 15 दिन बाद, कल रात को भारत ने पूरे पाकिस्तान को बता दिया कि भारत क्या कर सकता है। सिर्फ 25 मिनट के अंदर भारत ने पीओके और पाकिस्तान में 24 मिसाइलें दाग कर करीब 100 जिहादियों को खत्म कर दिया। मरने वालों में आतंकी मसूद अज़र के परिवार के लोग भी शामिल हैं। ये बात भारतीय मीडिया नहीं बल्कि खुद बीबीसी बता रहा है। हमले में मसूद की बहन, बहनोई के अलावा उसके भांजे-भांजी सब मारे गए हैं।
सुना है वो रो-रो कर बोल रहा है कि काश मैं भी मर गया होता, तो बेहतर था। अगर ये इंसान हमें सुन रहा है तो हम उसे बता देते हैं कि ये ख्वाहिश भी तुम्हारी पूरी कर दी जाएगी, लेकिन इतनी जल्दी नहीं। अभी तो पूरे मुल्क का जनाज़ा देखना बाकी है। जो लोग इसे नहीं जानते, ये वही जिहादी है जिसे IC-814 फ्लाइट के अपहरण के बाद छोड़ा गया था। बाद में इसने जैश-ए-मोहम्मद नाम का एक आतंकी संगठन बना लिया। इसी जैश ने 2001 में भारत की संसद पर हमला कराया, 2016 में पठानकोट बेस पर हमला करवाया, और 2019 के पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों को शहीद कराया।
मगर आज जब यही इंसान छाती फाड़-फाड़ कर रो रहा है, तो पूरे देश के कलेजे में ठंडक पड़ रही है। इन जिहादियों ने भारत की शराफत को कमजोरी समझ लिया था। अभी हमने सिर्फ 25 मिनट में 24 मिसाइलें दागी हैं और इनका ये हाल है। दूसरी तरफ जो ख्वाजा आसिफ न्यूक्लियर बम की डींगे हांक रहे थे, सिर्फ एक दिन की ठुकाई में ही सलवार के धागे फटने लगे हैं। अब बोल रहे हैं कि हिंदुस्तान ऑपरेशन सिंदूर रोक दे तो हम भी जवाबी हमला नहीं करेंगे।
मतलब भटूरे की शक्ल वाले लोग, जो नाली से बची हुई डबल ब्रेड निकालकर खाते हैं—तुम्हारे पास अब कुछ नहीं बचा। चुपचाप अपने मुल्क की डुगाई का तमाशा देखो। हमने जिन नौ जगहों पर हमला किया, वो सब आतंकियों के अड्डे थे: बहावलपुर का मकरज सुभान अल्लाह (जैश का अड्डा), मुरीदके का मकरज तैबा (लश्कर का अड्डा), सियालकोट का मेमूना जोया (हिजबुल का अड्डा) और बाकी छह ठिकाने। सारे हमले इतने पिन पॉइंट थे कि आसपास की बिल्डिंग को नुकसान नहीं हुआ।
पाक फौज और शाहबाज शरीफ की हालत ऐसी है कि उनके पसीने निकलकर पिछवाड़े में घुस गए हैं। तस्वीरें देखिए—मस्जिद से ऐलान हो रहा है कि लोग घर छोड़कर भागें। लोग अपनी खटारा मोटरसाइकिल लेकर भाग रहे हैं, तभी एक मिसाइल आती है और बिल्डिंग उड़ा देती है। भगदड़ मच जाती है—घर में रहें तो मरेंगे, बाहर निकले तो मरेंगे। यही खौफ इस मुल्क में हमें पैदा करना था।
हमने जवाबी हमला करते हुए ध्यान रखा कि कोई सिविलियन न मरे। फर्क देख रहे हो छपरियों? पाकिस्तान की मस्जिदों से अब यही ऐलान हो रहा है कि अपनी जान बचाओ। भारत ने राफेल विमान से हमला किया, जिसमें स्कैल्प क्रूज मिसाइलें और हैमर बम लगे थे। ये मिसाइलें 500 किमी दूर के टारगेट को सटीकता से निशाना बना सकती हैं। इसके अलावा, टारगेट पहचानने के लिए इजरायली हेरोन ड्रोन का उपयोग किया गया।
मतलब सिर्फ 25 मिनट में पाकिस्तान को बता दिया कि हमारी ताकत क्या है, और पाकिस्तान की औकात क्या है। हम शेर हैं और सामने एक घबराया हुआ मेमना। पाकिस्तान में उन लोगों की बोलती बंद हो गई जो पिछले 5 साल से सबूत मांग रहे थे। इस बार भारत ने सबूतों के ढेर लगा दिए—मसूद अज़र के पूरे परिवार को ही खत्म कर दिया।
अभी जो खबर आ रही है, उसमें मसूद का भाई मोहम्मद तारिक अनवर, उसकी पत्नी शाजिया, दो बेटे-बेटियां, चार बहनें, मोहम्मद इब्राहिम अजहर, अब्दुल रऊफ, ताहिर सैफ और मोहम्मद अमार—all gone. ये सब उसके रिश्तेदार थे। इस इंसान को लाशें गिनने का बड़ा शौक था, अब बैठ कर गिनो, क्योंकि जब तक तुम खुद नहीं रोओगे, तब तक दर्द नहीं समझोगे।
अभी तो पार्टी शुरू हुई है। पाकिस्तान ने डर के मारे अपना एयर स्पेस बंद कर दिया है। पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम शरीफ ने वहां इमरजेंसी लगा दी है, स्कूल बंद कर दिए हैं। सोचो, सिर्फ 25 मिनट में ये हाल है—अगर ये हफ्ता भर चलता तो पाक फौज मुजरा करने लगती।
पर मुझे सबसे अच्छी बात ये लगी कि युद्ध के इस माहौल में भी भारत सरकार और सेना ने संवेदनशीलता दिखाई। जिस पहलगाम हमले में हमारी बहनों के सुहाग उजड़े थे, उस बदले का नाम "ऑपरेशन सिंदूर" रखा गया। क्या शानदार संदेश है! इसके अलावा, जब सरकार ने प्रेस ब्रीफिंग दी तो देश की दो बेटियां—विंग कमांडर वमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी—सामने आईं। यानी तुमने हमारी बहनों को दुख पहुंचाया, अब वही बहनें तुमसे बदला लेंगी।
हाइलाइट पॉइंट्स
पाहलगाम हमले के बाद भारत की सटीक कार्रवाई: पीओके और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर बड़ी स्ट्राइक
22 अप्रैल को पाहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के भीतर कई आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। लगभग 25 मिनट में हुए इस ऑपरेशन में अंतरराष्ट्रीय सूत्रों (BBC सहित) के अनुसार करीब 100 आतंकवादी मारे गए।
मुख्य बिंदु:
टारगेटेड स्ट्राइक: जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के करीबी रिश्तेदार – बहन, बहनोई, और भांजे/भांजियाँ मारे गए। भावनात्मक प्रतिक्रिया: मसूद अजहर ने कहा – "काश मैं भी मर गया होता।"
ऑपरेशन 'सिंदूर': यह नाम पाहलगाम हमले में शहीद हुए जवानों की विधवाओं को समर्पित किया गया – यह बदले और न्याय का प्रतीक है।
महिला नेतृत्व: इस ऑपरेशन की जानकारी देने वाली टीम का नेतृत्व विंग कमांडर वामिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने किया – भारत की रक्षा प्रणाली में महिलाओं की भूमिका को दर्शाता है।
आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल: ऑपरेशन में राफेल जेट्स, SCALP क्रूज़ मिसाइल, हैमर बम, और इजरायली हेरोन ड्रोन का उपयोग हुआ।
बर्बाद किए गए प्रमुख आतंकी अड्डे:
सुभान अल्लाह कॉम्प्लेक्स, बहावलपुर – जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय
मरकज़-ए-तैयबा, मुरिदके – लश्कर-ए-तैयबा का बेस
मैमूना ज़ोया फैसिलिटी, सियालकोट – हिजबुल मुजाहिदीन का ठिकाना
कोई आम नागरिक हताहत नहीं: सभी हमले पूरी तरह सटीक और लक्षित थे।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया:
एयरस्पेस बंद और स्कूल बंद किए गए
पंजाब प्रांत में आपातकाल घोषित
जनता में अफरातफरी; सोशल मीडिया पर भागते लोगों के वीडियो वायरल
राजनीतिक बयान बदले – अब परमाणु धमकियों की जगह शांति की बातें
रणनीतिक और प्रतीकात्मक जीत:
ऑपरेशन 'सिंदूर' ने न सिर्फ आतंकी ढांचे को तबाह किया, बल्कि यह दुनिया को स्पष्ट संदेश है –
भारत अब आतंकवाद बर्दाश्त नहीं करेगा।
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