India Army: ने 100 से अधिक आतंकवादी मारने के दी सबूत, पाकिस्तान का 'विक्ट्री' नैरेटिव बेनकाब"
अच्छा, बचपन में जब छोटे बच्चे डायपर खराब करके कहते हैं ना कि "मम्मी-म कर ली है, साफ कर दो", ठीक वैसे ही पाकिस्तान भी हर बार डायपर खराब करने के बाद अमेरिका से यही कहता है कि "जनाब हमने कर लिया, अब साफ कर दो।"
भारत और पाकिस्तान ने पिछले कुछ दिनों में जो लड़ाई लड़ी है, असल में वो लड़ाई सिर्फ भारत ने लड़ी है। पाकिस्तान वाले तो एक हाथ से अपने आतंकी और दूसरे हाथ से अपना पिछवाड़ा बचाते ही नजर आए हैं। कल भारत के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन की जो प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, उसने पाकिस्तान के इस सो कॉल्ड विक्ट्री वाले प्रोपेगेंडा वॉर की पोल खोल दी। इस ब्रीफिंग में फोटोस भी चलाए गए, सैटेलाइट वीडियोस भी दिखाए गए ताकि पाकिस्तान को पूरी दुनिया में नंगा किया जा सके। खैर, वो देश ही ऐसा है जिसे पूरे कपड़े में भी खड़ा कर दो, तो भी वो नंगा ही दिखता है।
इस Post में हम उसी की बात करेंगे और यह भी बताएंगे कि कैसे पाकिस्तानी पीएम शाहबाज शरीफ ने जो विक्ट्री का ढिंढोरा दुनिया भर में पीटा था, वो कितना खोखला था। हमारी लड़ाई न तो पाकिस्तानी मिलिट्री से थी, न ही किसी और से जो सीमा पार है। हमारी लड़ाई थी आतंकियों से। हमने आतंकियों को खत्म किया। हमने पूरी तरह से सरप्राइज़ अटैक किया और नौ टेरर हब्स पर स्ट्राइक की। इन स्ट्राइक्स में 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए।
सबसे पहले बात करते हैं इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत की। भोलेनाथ को याद करके शिव तांडव स्तोत्रम बजाया गया। इसके बाद बताया गया कि 7 मई 2025 को शुरू किया गया ऑपरेशन सिंदूर का सिर्फ एक ही मकसद था — पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों को उड़ाना। इस पूरे ऑपरेशन को काफी मापतौलकर, सटीक और गैर-उत्तेजक तरीके से अंजाम दिया गया, जहां किसी भी सिविलियन और पाकिस्तानी आर्मी बेस को निशाना नहीं बनाया गया।
इस ऑपरेशन में नौ आतंकी ठिकानों पर 24 सटीक हमले किए गए जिनमें भावलपुर, मूर्तीिकेत, तेहराकला, सियालकोट, भीमबर, कोटली और मुजफ्फराबाद शामिल थे। भारत ने 100 से ज्यादा आतंकवादी मार गिराए जिनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदासिर अहमद जैसे बड़े आतंकी शामिल थे। लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के कैंप्स भी नष्ट किए गए।
ये सारी बातें केवल हवा में नहीं कही गईं, बल्कि बाकायदा सबूत भी दिखाए गए — हमलों से पहले और बाद की तस्वीरें दिखाई गईं। ये इतना सटीक ऑपरेशन था कि जितने टारगेट लॉक किए गए, सारे के सारे हिट हुए।
अपने मरते हुए आतंकियों को देखकर पाकिस्तान ने जम्मू, पठानकोट और उधमपुर जैसे सैन्य स्टेशनों पर ड्रोन और मिसाइल से हमले किए। 9 मई को एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 50 से अधिक ड्रोन भेजे गए, जिन्हें भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। लेकिन पाकिस्तानी गोलीबारी से जम्मू-कश्मीर में 16 नागरिक मारे गए और 59 घायल हुए। इसके जवाब में इंडिया ने 11 एयरबेसेस पर अटैक किया जिसमें पाकिस्तान का चकलाला और सरगोधा एयरबेस भी शामिल है, जहां बताया जा रहा है कि पाकिस्तान का न्यूक्लियर सामान रखा गया था। ये सब सिर्फ 90 मिनट में करके दिखाया गया।
इस ऑपरेशन में हमारे जितने भी सैनिक गए थे, वो सभी सुरक्षित वापस आ गए। इस पूरे ऑपरेशन में पाकिस्तान के 35 से 40 अफसर और जवान मारे गए। भारतीय वायुसेना ने कई पाकिस्तानी जेट्स भी मार गिराए और नौसेना ने चुनियान में पाकिस्तान के एयर डिफेंस को तबाह कर दिया। ये इतना सटीक हमला था जिसने पाकिस्तान की सारी हेकड़ी निकाल दी।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरगोधा में हुए इस हमले के बाद ही पाकिस्तान को समझ में आ गया कि उसका न्यूक्लियर ब्लफ कॉल आउट हो चुका है। 10 मई को जब पाकिस्तान के शहरों में ब्रह्मोस मिसाइलें गिरी थीं, उस वक्त दोपहर 3:35 पर पाकिस्तानी डीजीएमओ ने भारतीय डीजीएमओ को फोन करके कान पकड़कर अपनी गीली पतलून का हवाला देते हुए नाक रगड़ी और रिक्वेस्ट की कि भाई साहब, सीजफायर कर लेते हैं। इंडिया ने शाम 5:00 बजे से ज़मीन, हवा और समुद्र में सैन्य गतिविधियां रोकने पर सहमति जताई।
लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि इंडियन फोर्सेस अपनी पोजीशन से पीछे नहीं हटी हैं। भारत ने इसे अब तक सीजफायर नहीं बोला है बल्कि सिर्फ "अंडरस्टैंडिंग" कहा है। आज दोनों देशों की डीजीएमओ की मीटिंग है, जहां भारत अपनी शर्तें रखेगा। शाहबाज शरीफ से इतना ही कहना चाहेंगे कि चाचा, ये कौन सी विक्ट्री थी? बेन स्टोक्स? इस अंडरस्टैंडिंग के बाद भी पाकिस्तान ने कई जगहों पर इस सीजफायर का उल्लंघन किया। क्योंकि भैया, सांप है, ज़हर तो उगलेगा ही। इसके जवाब में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि अगर पाकिस्तान किसी तरह की कोई हिमाकत करता है तो उसे उसका जो जवाब मिलेगा वो काफी कॉस्टली होगा।
इस बार अगर पाकिस्तान कुछ करने की हिम्मत करता है तो वो जानता है कि भारत क्या करने वाला है। भारत का जवाब कितना कॉस्टली होगा इसका अंदाज़ा आप इसी से लगा सकते हैं कि जिस नूर खान एयरबेस पर हमला किया गया था, वो पाकिस्तान का न्यूक्लियर सेटअप बताया जा रहा है। इस पूरे इलाके में रेडिएशन का खतरा बढ़ गया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसी बात ने पाकिस्तान को ट्रिगर किया, वो पैनिक मोड में चला गया। अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने तो सुबह ही कह दिया था कि वो इस लड़ाई में दखल नहीं देंगे — “It’s none of my business”. लेकिन अचानक से डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर की बात कर दी। उनके पीएम शाहबाज शरीफ अमेरिका के पास भागने लगे और अमेरिका ने उनकी जलती पतलून बचाई। इस पूरे कॉन्फ्रेंस में अमेरिका और डोनाल्ड ट्रंप का नाम तक नहीं लिया गया। वो इंसान जिसके तलवे चाट कर शाहबाज शरीफ की जीभ छिल गई, उस आदमी का नाम भी नहीं लिया गया। क्यों? डोनाल्ड ट्रंप — गज़ब बेइज्जती है यार।
यानि इस पूरी अंडरस्टैंडिंग में अमेरिका का कोई रोल नहीं है। ये भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच की बात है, ये साफ कर दिया गया। अब इस ब्रीफिंग के बाद पाकिस्तानी पीएम शाहबाज शरीफ की विक्ट्री स्पीच पर हम यही कहेंगे कि आपको विन नहीं, “लॉस” मिला है सोचिए बॉस, दुनिया भर में चप्पलें रगड़ने के बाद भी ये पाकिस्तानी अपने 11 एयरबेसेस नहीं बचा पाए। न्यूक्लियर फैसिलिटी पर जाकर हमारी मिसाइलें गिरीं, ऐसा बताया जा रहा है। किसी और देश की सेना होती तो छाती ठोककर ये बात एरोगेंस के साथ बता रही होती, लेकिन ये भारतीय सेना है। ऐसी नहीं है भैया। इतनी प्रोफेशनल आर्मी है।
जितने प्यार से और तमीज से भारतीय सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है, वो फिर से पाकिस्तान के पीएम पर एक तमाचा है। अब वहां के प्रधानमंत्री और आर्मी चीफ मुनीर साहब, मौलाना साहब — उनसे यही कहना चाहेंगे कि:
* 11 एयरबेस उड़वा लेना क्या विक्ट्री है?
* न्यूक्लियर फैसिलिटी पर मिसाइल गिरवा लेना क्या विक्ट्री है?
* 35 से 40 सैनिकों और अफसरों को मरवा देना क्या विक्ट्री है?
* अपना एयर डिफेंस सिस्टम खत्म करवा लेना क्या विक्ट्री है?
और अगर हां, भाई, आपको अभी भी ये विक्ट्री लग रही है तो मुबारक हो — अल्लाह ताला आपको ऐसी विक्ट्री देता रहे। बात तो सही है, लेकिन शाहबाज शरीफ से यही कहना है — भाई, ये सब बातें आपको समझ में नहीं आने वाली हैं। आप तो पहले ही अपने दोनों हाथ लहराकर कबूतर उड़ाएं और फिर उसी हाथ से वो साफ करें जो आपकी आर्मी ने किया है। क्या किया है? ये तो टट्टी है।
बाकी पाकिस्तान की ठुकाई पे आगे भी Post लाएंगे। आप बस कमेंट करके पाकिस्तान की इस ठुकाई पे और उनके झूठे नैरेटिव पे कुछ कहना चाहो तो बिंदास लिखना।
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