Thank You India ARMY: लोग कह रहे हैं india Army ने लिया बदला Indian Army revenge strike Operation Sindoor latest news

 Thank You India ARMY: लोग कह रहे हैं india Army ने लिया बदला



**ऑपरेशन सिंदूर**

सिंदूर 140 करोड़ भारतीयों को यह नाम भी अच्छा लगा और भारतीय फौज ने जो काम किया वो काम भी अच्छा लगा।

कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान ने जो कुछ किया था उसके बाद भारत मायूस था।

उम्मीद कर रहा था हम सब ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्रिटिसाइज किया था लेकिन आज उस आलोचना के बाद हम कह रहे हैं थैंक यू मोदी जी थैंक यू।

पाकिस्तान के घर में घुसकर तीन-तीन बार पाकिस्तान के तीन अलग-अलग प्रधानमंत्रियों को उनकी औकात दिखाने के लिए थैंक यू मोदी, थैंक यू मोदी जी।

उरी हमले के बाद नवाज शरीफ को धूल चटाने के लिए थैंक यू मोदी जी।

पुलवामा के बाद इमरान खान की हेकड़ी निकालने के लिए थैंक यू मोदी जी।

पहलगाम के बाद जो हिंदुस्तानियों में गुस्सा भरा था उस गुस्से को समझकर, आलोचना सहकर, समय लेकर अब पाकिस्तान को वो जख्म देने के लिए जिसका इंतजार हम कर रहे हैं थैंक यू मोदी जी।

सिंदूर का बदला आतंकवादियों के खून से लेने के लिए थैंक यू मोदी जी।


22 अप्रैल को जो आतंकियों की चेतावनी थी 7 मई को उस चेतावनी का हिसाब चुकता — थैंक यू मोदी जी।

नौ मिसाइलों की प्रलयकारी गर्जना के साथ रावलपिंडी से लेकर बहावलपुर, मुजफराबाद, मीरपुर — हर ठिकाने को राख में तब्दील कर दिया — थैंक यू मोदी जी।

पाकिस्तान की धरती पर आतंकवादियों के अड्डे को मटियामेट।

आप में से अगर आज कोई यह कहेगा कि यार प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ क्यों कर रहे हो तो आज यकीनन उससे मेरी नाराजगी होगी।

क्योंकि इन 15 दिनों के अंतराल में हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हर वो तीखे सवाल पूछे जो पूछे जाने चाहिए थे।

हमने प्रधानमंत्री को क्रिटिसाइज किया, सुरक्षा को लेकर सवाल पूछे।

लेकिन मोदी जी ने जब पाकिस्तान पर हमला करके अपनी बात को सही साबित किया जिसमें उन्होंने कहा था कि मुझ में रिस्क लेने की क्षमता औरों से ज्यादा है।

हिंदुस्तान के लोगों के लिए खामोश हूं लेकिन अगर ये भावनाएं आएंगी तो वो हिसाब होगा।

पूज्य मोदी जी ने कहा था कि इस बार पुलवामा और उरी के हमले के बाद जो प्रहार हुआ था उससे बहुत बड़ा प्रहार होगा।

और अब जब ऑपरेशन सिंदूर हुआ है तो आज भारतीय फौज के लिए सम्मान बढ़ा है और मोदी जी के लिए दिल से शुक्रिया।

पाकिस्तान वो मुल्क है जहां पर प्रधानमंत्री तो बदलते रहते हैं लेकिन आतंकवाद को बदलने की नीति नहीं बदलती।

नवाज शरीफ आए, उस वक्त भारत ने उरी का दंश झेला।

इमरान खान आए, हमने पुलवामा का दंश झेला।

शहबाज शरीफ ने पहलगाम दिया।

हर बार की वही पाकिस्तानी कहानी है — आतंकवादी शिविर अपने घरों में लगाते हैं, हिंदुस्तान पर हमला करते हैं और उसके बाद जब हिंदुस्तान रिएक्ट करता है तो दुनिया के सामने हम निर्दोष हैं, निर्दोष हैं।

लेकिन आज शुक्रिया मैं प्रधानमंत्री मोदी को इसलिए भी कह रहा हूं क्योंकि मोदी जी पिछली बार जब आपने वार किया था तो पाकिस्तान और हमारे देश में कुछ लोगों ने मानने से इंकार कर दिया था।


लेकिन इस बार जब पाकिस्तान की तरफ से फौज कह रही है कि हम पर प्रहार हुआ है तो आज 140 करोड़ भारतीय पहलगाम को याद करके अपनी आंखों के आंसू पूछ के कह रहे हैं थैंक यू मोदी जी।

थैंक यू मोदी जी और थैंक यू इस नाम के लिए भी।

ऑपरेशन से नाम भी अच्छा है, काम भी अच्छा है।

काम पर जाएं, उससे पहले नाम की बात कर लेते हैं क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर का नामकरण भारत सरकार और भारतीय सेना की ओर से एक शक्तिशाली संदेश है।

कश्मीर में जो कुछ हुआ, वो सिंदूर उजाड़ने वाला था।

और सिंदूर भारतीय संस्कृति में नारी के सुहाग, सम्मान और अटूट विश्वास का प्रतीक है।

कश्मीर में सिर्फ जाने नहीं गई थीं।

कश्मीर के पहलगाम में जब इन महिलाओं के सामने उनके पतियों को मारा गया, इनके माथे का सिंदूर उजाला गया तो यह इन महिलाओं को, भारत को, हिंदुओं को अपमानित करना था।

और इसीलिए जब भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर का नाम चुना तो आज हमारी जुबान से निकल रहा है थैंक यू, थैंक यू, थैंक यू।

आपने जो ये नाम लेकर पाकिस्तान पर कारवाई की, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कारवाई नहीं थी — हर उस महिला के आंसुओं का जवाब था जिसने अपने प्रियजनों को खोया था।

ऑपरेशन सिंदूर हमारी विधवा हुई महिलाओं को एक तरीके से श्रद्धांजलि देना था, जो उनके सुहागों को छीना गया था, उनके दर्द को पूछने जैसा था, उनके आंसुओं का बदला था।

जिनके सुहाग को आतंकवाद ने छीना था, ये दुनिया को बताना था कि भारत अपने लोगों के सम्मान और उनकी रक्षा के लिए कितना संवेदनशील और दृढ़ है।


इसलिए आज हम कह रहे हैं थैंक यू मोदी जी, थैंक यू — ये दुनिया को बताने के लिए कि भारत की सांस्कृतिक संवेदनशीलता, आतंकवाद के खिलाफ उसकी अटल प्रतिबद्धता और नागरिकों के सम्मान की रक्षा करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर था।

अब ऑपरेशन सिंदूर क्या था और क्यों आज बार-बार, बार-बार हम मोदी जी को थैंक यू कह रहे हैं, ये पूरा आपको समझाते हैं।

क्योंकि ये पहली बार नहीं है मोदी जी ने ठोका है — तीन बार हो चुका है।

पहला सर्जिकल स्ट्राइक — पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ थे और हमले के बाद 29 सितंबर 2016 को सर्जिकल स्ट्राइक हुई।

नवाज शरीफ घबरा गए, भारत की कार्रवाई को आक्रामक कार्रवाई बताया, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जाकर रोने लगे।

भारत ने एलओसी का उल्लंघन किया है।

पाकिस्तान की सेना ने पहले स्ट्राइक को झूठ बताया, फिर अंदर ही अंदर मीटिंग करके बॉर्डर की सुरक्षा बढ़ाई।

नवाज शरीफ की सरकार पर सेना का दबाव बढ़ा, उनकी छवि कमजोर थी।

दूसरी बार जब एयर स्ट्राइक हुई — 2019 पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार थी।

पुलवामा हमले के बाद भारत ने 26 फरवरी 2019 को बालाकोट एयर स्ट्राइक की।

तो इमरान खान पहले तो झूठ फैलाते रहे — कुछ हुआ ही नहीं।

फिर वो कौवा वो दिखाने लगे कि देखिए जी हमारे यहां मारा था — एक कौवा मरा पड़ा है।

हामिद मीर वो कौवा लेके ऐसे-ऐसे कर रहे थे।

वही हामिद मीर जो आज लगातार सोशल मीडिया पर रो रहे हैं और फेक न्यूज़ फैला रहे हैं।

2021 के वीडियो डाल-डाल के कह रहे हैं कि अभी हुआ है वही।

और उनके मित्र इमरान खान अगले दिन टीवी पर शांति की अपील कर रहे थे, कहा पाकिस्तान युद्ध नहीं चाहता।

इमरान खान ने संसद में तकरीर की — अगर भारत की ओर से कार्रवाई हुई, जवाब देंगे लेकिन हम युद्ध नहीं चाहते।


दुनिया ने देखा — पाकिस्तान कैसे जाएगा।

और इस बार बारी शहबाज शरीफ की थी।

2025, 2 अप्रैल जब पहलगाम पर आतंकवादियों ने हमला किया — तब ऑपरेशन सिंदूर।

नौ आतंकवादी अड्डों को तबाह किया गया।

और आज इन तीनों चीजों को लेकर भारत कह रहा है — थैंक यू।

थैंक यू क्योंकि जिस तरह से पाकिस्तान ने यह हमला करवाया था यह भारत की अखंडता, एकता पर हमला, भारत में हिंदुओं की पहचान पर हमले था।

भारत इसके बाद क्या खामोश रहता?

या भारत एक ऐसा जवाब देता जो पाकिस्तान की आने वाली नस्लों को याद रहता?

यह भारत ने बताया कि वह संवेदनशील है, शांत है, पहले प्रहार नहीं करने वाला है लेकिन आतंकवाद पर अंतिम प्रहार करने वाला देश है।

जबरदस्त कार्रवाई रही है।

एक कार्रवाई ऐसी थी कि जिसने पाकिस्तान के मन में खौफ पैदा कर दिया।

पाकिस्तान से जो वीडियो आ रहे हैं, जिस तरह से लोग बौखलाए, भाग रहे हैं, जिस तरह से आतंकवादियों के अड्डे पर हमला हुआ है — ये बताता है कि ये भारत जवाब देना चाहता है और भारत ने इस बार हर एक जगह को टारगेट के तौर पर चुना है।

इस बार पाकिस्तान को हमें जवाब नहीं देना है — पाकिस्तान खुद बता रहा है कि कहां-कहां हमला हुआ है।

और इसीलिए हम कह रहे हैं — थैंक यू मोदी।

क्योंकि जो टारगेट भी चुने गए हैं — वो जबरदस्त टारगेट थे।

खुशी है हमें कि हमारी फौज ने पाकिस्तान के लोगों को निशाना नहीं बनाया।

खुशी है हमें कि हमने पाकिस्तान की महिलाओं को, बच्चों को, बुजुर्गों को वहां निशाना नहीं बनाया।

हमने वहां के आतंकवादियों को निशाना बनाया।

हमने निशाना बहावलपुर — इंटरनेशनल बॉर्डर से करीब 100 किमी दूर, जहां पर जैश-ए-मोहम्मद का हेड क्वार्टर था।

हमने मुरीदके — सांबा सेक्टर के सामने लाइन ऑफ कंट्रोल से 30 किमी दूर लश्कर के कैंप को निशाना बनाया।

हमने गुलपुर — एलओसी, पुंछ-राजौरी से 35 किमी दूर जहां लश्कर का कैंप था, वहां निशाना बनाया।

हमने अलग-अलग जगह बिलावल कैंप में लश्कर के लॉन्चपैड को निशाना बनाया।

लश्कर का कोटली कैंप जो राजौरी के सामने एलओसी से 15 किमी दूर है, वहां निशाना बनाया।

हमने बरनाला कैंप को निशाना बनाया।

हमने सरजाल कैंप को निशाना बनाया — जो जैश-ए-मोहम्मद कैंप था।

हमने सांबा-कठुआ के सामने इंटरनेशनल बॉर्डर से दूर — ये जो कैंप था, उसे तबाह कर दिया।

हमने मेहमूना कैंप — इंटरनेशनल बॉर्डर से 15 किमी दूर है, हिजबुल मुजाहिदीन का ट्रेनिंग कैंप — हमने उसे निशाना बनाया।


और इसलिए भी हम कह रहे हैं थैंक यू मोदी — कि जब बदला भी ले रहे थे तब इंसानियत का ख्याल हमने रखा।

ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं है — बल्कि भारत की अटूट इच्छाशक्ति, सांस्कृतिक गौरव, आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का प्रतीक है।

जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना ने जबरदस्त तरीके से अमली जामा पर भारतीय सेना पर हमें गुरूर है और गुरूर हमें आज मोदी जी पर क्योंकि आज दुनिया को बताया गया कि सिर्फ अमेरिका वो देश नहीं है जोbअपने दुश्मन से बदला लेने के लिए पाकिस्तान में घर में घुसकर वहां लादेन को मार सकता है हम भी मार सकते हैं अगर हमारे लोगों पर बात आएगी हमने दुनिया को बताया कि भारत भी अपने लोगों के सम्मान और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा चाहे नवाज शरीफ प्रधानमंत्री हो इमरान खान हो या शहबाज शरीफ सब के सब अगर आतंकवाद को पालेंगे तो भारत के प्रहार से डरेंगे सिंदूर का रंग आतंकवादियों के खून से रंगने के लिए भारत का परचम ऊंचा लहराने के लिए आज थैंक यू मोदी जी थैंक यू इस बात को बताने के लिए कि भारत से बोलता नहीं है दुश्मन के घर में घुसकर जवाब देता है नाम भी धमाकेदार काम भी धमाकेदार और इसीलिए आज थैंक यू मोदी जी थैंक यू इंडियन आर्मी

** जय हिंद जय जय भारत **


मुख्य बिंदु:

  1. ऑपरेशन सिंदूर का नाम और महत्व:

    • यह नाम भारतीय संस्कृति में सिंदूर के प्रतीकात्मक महत्व को दर्शाता है, जो स्त्री के सुहाग और सम्मान का प्रतीक है।

    • यह संदेश देने का प्रयास है कि यह हमला केवल आतंकवादियों पर नहीं, बल्कि भारतीय महिलाओं के सम्मान और देश की अस्मिता की रक्षा के लिए किया गया था।

  2. तीन बार की सैन्य कार्रवाई का ज़िक्र:

    • 2016 सर्जिकल स्ट्राइक (उरी के बाद) – नवाज शरीफ की सरकार पर दबाव।

    • 2019 बालाकोट एयर स्ट्राइक (पुलवामा के बाद) – इमरान खान की सरकार हिली।

    • 2025 ऑपरेशन सिंदूर (पहलगाम के बाद) – शाहबाज शरीफ के शासन में आतंकियों के ठिकानों पर हमला।

  3. भावनात्मक अपील और आभार:

    • भाषण बार-बार "थैंक यू मोदी जी" कहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निर्णय लेने की क्षमता और साहस की सराहना करता है।

    • यह बताया गया कि हमले के दौरान आम पाकिस्तानी नागरिकों को नहीं, बल्कि सिर्फ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया — यह "इंसानियत" का प्रतीक बताया गया।

  4. पाकिस्तान पर तीखी आलोचना:

    • कहा गया कि पाकिस्तान में प्रधानमंत्री बदलते रहते हैं, लेकिन आतंकवाद की नीति नहीं बदलती।

    • यह दावा किया गया कि पाकिस्तान के आतंकवादी शिविर भारत की एकता और हिंदू पहचान पर हमला करते हैं।

  5. प्रतिक्रिया और प्रतीकवाद:

    • ऑपरेशन सिंदूर को सिर्फ एक सैन्य प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि सांस्कृतिक, भावनात्मक और नैतिक रूप से भारत की ओर से आतंक के खिलाफ पूर्ण जवाब बताया गया।


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