Pakistan के होगा टुकड़े-टुकड़े इस बार पकिस्तान नहीं बचेगा

 क्या सच में होगा पाकिस्तान के टुकड़े-टुकड़े इंडिया करेंगे पाकिस्तान को क्या सच में बर्बाद


दोस्तों बात यह है कि पहलगाम पर हुए अफसोसजनक हमले को तीन दिन बीत चुके हैं इन तीन दिनों में ही भारत के बिना कुछ किए ही पाकिस्तान का खून सूख चुका है सुबह दूध वाला घंटी भी बजाता होगा तो शाहबाज शरीफ को लगता होगा कि चप्पल लेकर कहीं अमित शाह तो नहीं आ गए पीटने कोई जोर से डकार मार दे तो जिहादी मुनीर को लगता है कि किसी ने उसकी छत पर बम तो नहीं फेंक दिया सोते वक्त पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का अपना ही हाथ अपने मुंह पर लग जाए तो डर के मारे उनकी चीख निकल जाती है

 एक वक्त जो बेगैरत हाफिज सईद भारत को धमकी देता था कि अगर हिंदुस्तान ने पाकिस्तान का पानी रोका तो खून की नदियां बहा देंगे सुना है जब से मोदी जी ने पाताल से ढूंढकर मारने की धमकी दी है तब से वो अपने खुद के जांगिये में मुंह छिपा कर बैठा है ये औकात है इन बेशर्मों की जिन्होंने यह हमला किया है मोदी जी भी ऐलान किया है और कहा आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी और अभी तो भारत ने कुछ किया भी नहीं है अभी तो हमने सिर्फ इंडस वाटर ट्रीटी को सस्पेंड किया है पाकिस्तान को समझ में आ गया है कि अगर सच में हिंदुस्तान ने आने वाले कुछ सालों में डैम बनाकर पाकिस्तान आने वाला सारा पानी रोक दिया तो वैसे ही सारे मारे जाएंगे पाकिस्तान के 70% लोग आज भी खेती पर डिपेंड करते हैं इस खेती के लिए 90% पानी भारत से आने वाली नदियों से मिलता है

 अगर भारत ने ये पानी भी रोक दिया तो बिना युद्ध के ही ये भिखारी मुल्क जिंदा दफन हो जाएगा चार दिन हो गए हादसे को मगर सरकार के एक मंत्री ने भी पाकिस्तान का नाम तक नहीं लिया लेकिन ये बेगैरत अभी से खटारा मोटरसाइकिल की तरह धुआं छोड़ रहे है लगातार इनके मंत्री भारत को न्यूक्लियर बम की धमकी दे रहे हैं और कोई आपने तमाशे करने पाकिस्तान के साथ याद रहे कि शहीद जुल्फिकार अली भुट्टो ने इस मुल्क को न्यूक्लियर वेपन दिया था एलओसी के पास इनके फौजी गोलाबारी कर रहे हैं उनके उधार के लड़ाकू विमान बेवजह हवा में उड़कर तेल फूंक रहे हैं और ये सब तब है जब भारत ने अब तक युद्ध की बात तक नहीं की है हमने सिर्फ ये कहा है कि जो भी वैशी पहलगाम में जो वारदात हुई उसके पीछे हैं उनको छोड़ा नहीं जाएगा लेकिन खुद वैशी होने के नाते पाकिस्तान को पता है कि अंकल बात तो हमारी हो रही है और हमारी तुड़ाई शुरू होने वाली है

 अबे मजा आएगा नाो और दोस्तों जैसी खबरें आ रही है ना मैं दावा कर सकता हूं कि इस बार जो पाकिस्तान की हालत होगी अगर सब कुछ उस प्लान के हिसाब से हुआ तो अगले सीजन में आईपीएलl में आपको 10 की बजाय 12 टीमें दिखेंगी पाकिस्तानी फौज ने जोश-जोश में आकर पैलगाम मे कत्लेआम तो कर दिया है अब उसे भी ये समझ में आ रहा होगा कि इस बार मामला उनके हाथ से निकल गया है आप खुद सोच कर देखिए जिस मुल्क को एक-ए बिलियन डॉलर की भीख मांगने के लिए सऊदी अरब से लेकर वर्ल्ड बैंक और चीन तक धक्के खाने पड़ते हैं अगर ऐसे मुल्क को 10 दिन भी युद्ध लड़ना पड़ गया तो उनकी क्या हालत होगी खत्म यहां भारत ने तो अपनी फौजे तैयार कर ही ली है जमीन से लेकर समुद्र तक हमने पाकिस्तान को घेरना शुरू कर दिया है उधर पाकिस्तान में जो पाकिस्तान के दुश्मन बैठे हैं वो लोग जिनका पाकिस्तानियों ने जीना मुहाल कर दिया है वो भी इसे मौके के तौर पर देख रहे हैं तालिबान और तहरीक तालिबान को लग रहा है कि इस मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहिए तहरीक तालिबान और पीटीएम जैसे संगठन खैबर पख्तूवा एरिया में पाकिस्तानी फौज से भिड़ रहे हैं बलूच लिबरेशन आर्मी ने बलूचिस्तान में पाक फौज की वो हालत कर रखी है कि पाकिस्तानी फौज डर के मारे उन इलाकों में जाना भी नहीं चाहती और सिंधु देश के लिए अलग से एक आंदोलन चल ही रहा है पाकिस्तान की ये सोच सोच कर 74 हो रखी है कि अगर अगले कुछ दिनों में हिंदुस्तानी फौज ने पाकिस्तान पर कोई हमला किया तो वो अपने ईस्टर्न फ्रंट पर भारतीय फौज से निपटेंगे या वेस्टर्न फ्रंट पर तहरीक तालीबान से ऊपर से जब से इमरान खान को पाक फौज ने जेल में डाला है तब से इमरान के लाखों सपोर्टर्स भी पाक फौज के खिलाफ है इन लोगों को संभालना भी पाक फौज के लिए बड़ा चैलेंज है ऐसे में भारत ने अगर पाकिस्तान में कोई बड़ा हमला किया तो महज कुछ ही दिनों क्या घंटों में ही पाकिस्तान पाकिस्तानी फौज के हाथ से निकल सकता है तहरीक तालिबान के लोग कोई भी ऑपरेशन करके अफगानिस्तान में भाग जाते हैं उन पर काबू करना पाकिस्तान के लिए मुश्किल है बहुत सारे मिलिटेंट ग्रुप ऐसे हैं जो ईरान से भी ऑपरेट करते हैं 

इस बीच भारत से भी लड़ाई अगर शुरू हुई तो पाकिस्तानी फौज के बूते की बात ही नहीं है कि वो सभी फ्रंट पर एक साथ लड़ पाएगा एक्सपर्ट्स तो यहां तक बोल रहे हैं कि अगर भारत ने बॉर्डर पर मिलिट्री भी डिप्लॉय कर दी और बदले में पाकिस्तान को अपनी फौज भी बॉर्डर पर कुछ महीने लगानी पड़ गई तो उसी का इतना खर्चा हो जाएगा कि ये उसी में बर्बाद हो जाएगा इसी सब के चलते पाकिस्तानी नेताओं को और पाक फौज को कुछ समझ ही नहीं आ रहा है कि क्या बोलना है कुछ बेचारे तो बड़ी ही घबराई हुई जबान में एक तरह से रहम की भीख मांग रहे हैं बोल रहे हैं कि हमें उम्मीद है कि हिंदुस्तान कोई बड़ा कदम नहीं उठाएगा खुद सिरफिरे घबराहट में न्यूक्लियर बम की धमकी दे रहे हैं याद रहे कि शहीद जुल्फिकार अली भुट्टो ने इस मुल्क को न्यूक्लियर वेपन दिया था मतलब तुम्हारे पास न्यूक्लियर बम है तो भारत ने न्यूक्लियर बम के नाम पर क्या प्याज इकट्ठा कर रखे हैं बताओ हम तो फिर भी डेढ़ अरब हैं खुद पाकिस्तानी एक्सपर्ट्स कहते हैं कि भैया अगर न्यूक्लियर वॉर हुई और आपने कितने भी बंदे मार दिए तब भी हिंदुस्तान में इतने लोग बच जाएंगे कि वो मुल्क फिर से खड़ा हो जाएगा मगर हम तो पूरी तरह बर्बाद हो जाएंगे और परमाणु बम क्या कोई दिवाली का लहसुन बम है क्या हेलो स्टडी के हिसाब से अगर भारत पाकिस्तान में परमाणु वॉर हुआ तो 5 से 12 करोड़ लोग तो इंस्टेंट मर जाएंगे इसके बाद के सालों में आने वाले आगे आने वाले सालों में करोड़ों लोग इसके साइड इफेक्ट से मरेंगे कहते हैं कि अगर परमाणु युद्ध हुआ तो उससे इतनी राख उठेगी कि कई सालों तक आपको सूरज की रोशनी भी देखने को नहीं मिलेगी। दुनिया में 15 सालों तक खाने की पैदावार कम हो जाएगी। दो अरब के आसपास लोगों को खाने को नहीं मिलेगा। ओजोन लेयर और चौड़ी हो जाएगी। इसके अलावा नदियों का पानी इस्तेमाल करने लायक नहीं रहेगा, और भी ना जाने क्या-क्या होगा। तो ऐसा तो नहीं है ना कि आपने परमाणु बम मारा और सामने वाला तबाह हो गया, और आप जीत गए? ये कोई सेकंड वर्ल्ड वॉर वाले परमाणु बम नहीं हैं। आज के परमाणु बम इतने खतरनाक हैं कि आप इसे कहीं भी फेंक दें, इसकी चपेट में पूरी दुनिया आ जाएगी। पूरा वर्ल्ड आ जाएगा। और आपको क्या लगता है, ये सब बातें अमेरिका को या बाकी दुनिया को नहीं पता हैं? क्या वो ऐसी सूरत आने देंगे जो पाकिस्तान जैसा देश अपने न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल कर पाएगा? ये अपने आप में एक बड़ा सवाल है।  

दोस्तों, इससे भी बड़ी बात पता है क्या है? अगर दुनिया में सबसे ऐशपरस्त कोई कौम है, तो वो है पाकिस्तान की फौज। मतलब, एक ऐसी कौम जिसको अय्याशी की आदत है, मुफ्त के पैसे की, दारूबाजी की आदत है। जिन्होंने पूरी दुनिया में अपनी प्रॉपर्टी बना रखी हो, क्या ऐसे लोग कभी मरना चाहेंगे? बिल्कुल नहीं। मरते हैं कम पढ़े-लिखे अनपढ़ जिहादी, जिन्हें पढ़े-लिखे फौजी अफसर जिहाद के लिए तैयार करते हैं। लेकिन जब बात खुद की जान पर आ जाएगी, तो सबसे पहले यही फौजी अफसर देश छोड़कर भागेंगे। मैं बता रहा हूँ, यकीन ना आए तो इंटरनेट पर जाकर खुद ये चेक करके देख लो कि जितने भी बड़े पाकिस्तानी फौजी अफसर हैं, ये रिटायरमेंट के बाद कहाँ सेटल हुए हैं। इनकी कितनी जमीनें हैं? कहने का मतलब ये है कि जो लोग इतने अय्याश और बेईमान हों, उन्हें अपनी जान सबसे ज्यादा प्यारी होती है। ये मैं लिख कर देता हूँ: अगर भारत ने हमला किया और खुद इनकी जान पर आई, तो पाकिस्तान छोड़कर सबसे पहले यही लोग भागेंगे।  


इनफैक्ट, ऐसे ही फौजियों की फितरत, पाकिस्तान के हालात और कश्मीर के बारे में कुछ दिन पहले हमने अपने पॉडकास्ट में लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे सर से बात करी थी। अमेजिंग पॉडकास्ट है, एपिसोड का लिंक डिस्क्रिप्शन में दिया है, इसे जरूर देखना।  

वैसे पिछली चार जंगों में इनका क्या हश्र हुआ, ये सबको पता है। 1947 में देश आजाद होते ही कबालियों के भेष में पाक फौजी कश्मीर में घुस आए थे, तो हमने आज के पीओके पर कब्जा कर लिया था। 65 में अयूब खान के टाइम पर फिर पाकिस्तान ने युद्ध छेड़ा, तो हमने 17 दिनों में उनकी नानी याद दिला दी। 71 की लड़ाई में तो पाकिस्तान के दो टुकड़े ही हो गए थे। 90 हज़ार पाकिस्तानी फौजियों को मुर्गा बनाकर उनके पिछवाड़े लाल किए थे। 99 में जनरल मुशर्रफ ने कारगिल करके पूरी दुनिया में पाकिस्तान की बेइज्जती करवाई थी। फिर उरी के टाइम सर्जिकल स्ट्राइक करके, कई सालों बाद पहली बार उनके घर में हमने उन्हें घुसकर मारा। पुलवामा के बाद जो सर्जिकल स्ट्राइक की थी, उसके धुएँ तो आज तक पाकिस्तानी फौज के पिछवाड़े से निकल रहे हैं।  


दोस्तों, अगर इन्हें एक बार फिर अपने आप को जलील करवाना है, तो मोस्ट वेलकम! आ जाओ। पिछली बार हमने दो टुकड़े किए थे, इस बार आपके पैन पिज़्ज़ा के चार स्लाइस कर देंगे। देखिए, मैं फिर से कह दूँ: वॉर की बात करना, युद्ध की बात करना कोई अच्छी बात नहीं होती। असल युद्ध होते भी बहुत खतरनाक हैं—लोगों की जाने जाती हैं, देश पीछे चले जाते हैं, काम-धंधे बर्बाद हो जाते हैं। लेकिन कभी-कभी परमानेंट शांति के लिए युद्ध ज़रूरी भी होते हैं। ये कहने में मुझे कोई हर्ज नहीं है: आज जितने भी लोग पाकिस्तान के कुकर्मों पर पानी डाल रहे हैं, ये बोलकर एजेंडा चला रहे हैं कि "फलाँ पार्टी तो अपने फायदे के लिए लड़ाई की बात कर रही है, पाकिस्तानी तो हमारे भाई हैं"—ये लोग भी इस लड़ाई में हमारे उतने ही बड़े दुश्मन हैं, जितना बड़ा खुद पाकिस्तान है।  

हमने इतिहास में कई ऐसे मौके गँवाए हैं जब हम पाकिस्तान का पक्का इलाज कर सकते थे। 47 में ही पूरा कश्मीर अपने कंट्रोल में ले सकते थे, मगर चाचा ने ऐसा होने नहीं दिया। 65 में भी पाकिस्तान को परमानेंट खुराक दे सकते थे, हमने नहीं किया। 71 की जंग में भी पाकिस्तान का 5-6 हज़ार वर्ग कि.मी. का हिस्सा कब्ज़ा लिया था, मगर शिमला एग्रीमेंट करके हमने उन्हें बख़्श दिया। 99 में कारगिल के टाइम भी हम चाहते तो एलओसी क्रॉस कर सकते थे, लेकिन तब भी रुक गए।  


लेकिन मोदी जी, इस बार ये गलती मत करिएगा। ये पूरा देश कह रहा है—आखिर कब तक हम इन जिहादियों को माफ करते रहेंगे? आखिर कब तक ये हर बार हमारी दरियादिली का फायदा उठाकर फिर से हमें जख्मी करते रहेंगे? 1000 साल का इतिहास रहा है कि धोखा देना इनकी फितरत है। पूरा देश चाहता है कि इज़राइल के नक्शे-कदम पर चलिए। अपने दुश्मन को उसके पैरों पर खड़े ही मत होने दीजिए। उसे इस लायक ही मत छोड़िए कि वो दोबारा कभी आँख दिखा पाए।  

जियाउल हक ने कहा था कि वो भारत को 1000 जख्म देना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि पाकिस्तान के 1000 ना सही, दर्जनों टुकड़े तो कर ही दिए जाएँ। अपने बलूच भाइयों को, सिंधी भाइयों को, पश्तूनों को पाकिस्तानी फौज के कब्ज़े से आज़ादी दिलाई जाए। उन पाकिस्तानियों को भी ऐसी फौज से मुक्ति दिलाई जाए, जिनकी ज़िंदगी इन बेईमान फौजियों ने बर्बाद कर दी है। यह सब करना होगा, इसी सरकार को करना होगा। भगवान के लिए, इस बार ये मौका चूकने ना पाए। हम बेगुनाह भारतीयों को यूँ और मरते नहीं देखना चाहते।  


दोस्तों, आप इस बारे में क्या सोचते हैं? कमेंट ज़रूर करिएगा। वीडियो अगर सही लगी हो, तो इसे अपने दोस्तों तक शेयर करिएगा। जय हिंद, जय भारत!  


एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने