Bangladesh PM Yusuf: देगे पाकिस्तान को साथ

 Bangladesh PM Yusuf: देगे पाकिस्तान को साथ 



दोस्तों आपने गिरे हुए इंसान तो बहुत देखे होंगे लेकिन क्या कभी एक गिरा हुआ मुल्क देखा है नहीं देखा तो लेट मी इंट्रोड्यूस यूसूफ।

बांग्लादेश मतलब जिस मुल्क को हमने बनाया, जिस मुल्क के करोड़ों बांग्लादेश मुसलमानों को हमने सालों पहले पाकिस्तानी फौज के जुल्म से बचाया, आज उसी के रिटायर्ड आर्मी मेजर जनरल बोल रहे हैं कि अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है तो बांग्लादेश को भी भारत के नॉर्थ ईस्ट स्टेट्स पर हमला करके उसे बांग्लादेश में मिला लेना चाहिए।


मतलब आज भारत और पाकिस्तान के बीच वॉर के हालात हैं और इन बांग्लादेशियों को ये लग रहा है कि ये सिचुएशन है भारत को तोड़ने के लिए अच्छा मौका है। क्या इससे ज्यादा गिरी हुई कोई और सोच हो सकती है बताइए आप।


और ये बात किसी आलतू-फालू आदमी ने नहीं की है। ये बात की है बांग्लादेश के रिटायर्ड मेजर जनरल एएलएम फजलुर रहमान ने। इस बंदे ने बाकायदा Facebook पर पोस्ट लिखकर कहा है कि अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है तो बांग्लादेश को भी भारत के साथ नॉर्थ ईस्ट स्टेट पर हमला करके उसे अपने कब्जे में ले लेना चाहिए और हमें इस बारे में चीन से बात करके एक जॉइंट एक्शन भी लेना चाहिए।


एक तो पहले ये समझ में नहीं आ रहा है मेरे को कि इस बात पर हंसना है या अपना सिर पीटना है। पहले तो मैं इस फिजूल उर रहमान सॉरी फजलुर रहमान से पूछना चाहूंगा कि तुमने हिंदुस्तान को समझा क्या है?

हमारी आर्मी को तो भूल जाओ, अगर डेढ़ अरब हिंदुस्तानियों ने बांग्लादेश की तरफ मुंह करके जोर से डकार भी मार दिया ना तो उसी के धमाके से खत्म। मतलब अपनी सलवार के नाड़े खरीदने के तुम्हारे पास पैसे नहीं हैं और तुम हमला करने की सोच रहे हो भी भारत पे?


कहना नहीं चाहिए और मैं कहता भी नहीं हूं, लेकिन अब सुनो—अपनी आधी आवाम को तो तुमने हिंदुस्तान में रिक्शा चलाने के लिए छोड़ रखा है। तुम्हारी औरतें यहां नाम बदलकर हिंदुस्तानियों के घर में बर्तन साफ करती हैं और तुम भारत को तोड़ने की धमकी दे रहे हो?

फिर से कह दूं कोई काम छोटा नहीं होता हमारी नजर में। हम हर आदमी की इज्जत करते हैं लेकिन ये बांग्लादेशी हिंदुस्तान को तोड़ने की धमकी अगर दे रहे हैं तो तुम्हारी औकात तुम्हें बताएंगे भी ना भैया।


और तुम्हारी औकात ये है कि आज भी 2 करोड़ से ज्यादा बांग्लादेशी घुसपैठिए बनकर भारत में घुसे हुए हैं। अभी-अभी तुम्हारे 6000 कंगालों को, आई मीन कंगलों को, हमने सूरत और अहमदाबाद में पकड़ा है। बुलडोजर चलाकर इन डेंगू मच्छरों की झुग्गियां तबाह की हैं। एक-एक को कान पकड़ कर अभी तुम्हारे डस्टबिन जैसे देश में भेजने भी वाले हैं, तो दे देना उन्हें वहां पर काम।


अरे बाप रे ये तो धोती खोल रहा है। मतलब सच में यार, कोई कौम इतनी गिरी कैसे हो सकती है? किसको नहीं पता कि 71 में जब मुक्ति वाहिनी अपने हक के लिए उस वक्त की ईस्ट पाकिस्तान में संघर्ष कर रही थी तो पाक फौजियों ने दुनिया के इतिहास का सबसे बड़ा कत्लेआम किया था। लाखों लोगों को मारा था, वहां की महिलाओं के साथ गलत काम किए थे। ये वो वक्त था जब भारतीय फौज ने वहां जाकर इन्हें पंजाबी पाकिस्तान फौज के जुल्म से बचाया।


मगर बजाय इस बात के लिए हमारा एहसानमंद होने के, आज जब भारत पाकिस्तान के साथ एक कॉन्फ्लिक्ट में उलझा है, तो तुम लोग इसे अपनी ओपोरर्चुनिटी के तौर पर देख रहे हो। तुम्हें लगता है इस मौके का फायदा उठाकर तुम भारत को तोड़ दोगे? इतना कैसे गिर सकता है कोई भाई?

वैसे इंडिया पाकिस्तान के वॉर सिचुएशन पर हमने पिछले दिनों कई पॉडकास्ट किए हैं। इन सबका लिंक डिस्क्रिप्शन में दिया है, पूरी फैमिली के साथ आप इसे देख सकते हैं। इसे जरूर देखिएगा। 

वेल जिन लोगों को लग रहा है कि इस फिजूल उ रहमान ने ऐसे ही स्टेटमेंट दे दिया, तो उनकी नॉलेज के लिए मैं बता दूं कि ये ऐसे ही नहीं बोल रहा है। आपको याद है 2001 में भारत और बांग्लादेश के बॉर्डर पर एक टेंशन हो गई थी? उस वक्त बांग्लादेशी फौज भारतीय एरिया में घुस आई थी। तब भारत के 16 जवान शहीद हुए थे। उस वक्त यही जहरीला आदमी बांग्लादेश राइफल्स का अध्यक्ष था और तब सारा कत्लेआम इसी ने करवाया था।


और आज ये जो भी बकवास कर रहा है, वो भी ऐसे ही नहीं कर रहा। ये मोहम्मद यूनुस के काफी क्लोज है, तो इसने जो बोला है वो बिना सोच समझ कर नहीं बोला है। इसे सब पता है इसने क्या बोला है।

हो सकता है कि आप में से कुछ लोग ये सोचेंगे—रौनक भाई, एक जाहिल आदमी के स्टेटमेंट पर इतना क्यों रिएक्ट कर रहे हो? जाने दो। बिल्कुल जाने देते यार।


लेकिन ये आदमी दरअसल वही बात बोल रहा है जो कुछ टाइम से मोहम्मद यूनुस भी बोल रहा है। आपको याद होगा जब इसी साल मार्च के महीने में मोहम्मद यूनुस चीन गया था, उसने क्या बकवास की थी? तब चीन जाकर इन्होंने बोला था कि भारत के नॉर्थ ईस्ट के सात स्टेट्स तो लैंड लॉक्ड हैं, उनका समुद्र से कोई एक्सेस नहीं है। इसलिए हम चीन को इनवाइट करते हैं कि वो इस एरिया में आए और उस पोर्ट को डेवलप करें।


"सेवन स्टेट्स ऑफ इंडिया, ईस्टर्न पार्ट ऑफ इंडिया, कॉल्ड सेवन सिस्टर्स। दे आर लैंड लॉर्ड कंट्री, लैंड लॉर्ड रीजन ऑफ इंडिया। दे हैव नो वे टू रीच आउट टू द ओशन। वी आर द ओनली गार्डियन ऑफ द ओशन फॉर ऑल दिस रीजन। सो दिस ओपन्स अप अ ह्यूज पॉसिबिलिटी। सो दिस कुड बी एन एक्सटेंशन ऑफ चाइनीज इकॉनमी।"

अब मोहम्मद यूनुस ने ऐसा क्यों कहा, इसके पीछे की एक पूरी कहानी भी है। उसे समझ लेते हैं।


दरअसल बात ये है कि बांग्लादेश में जो चटगांव हिल्स वाला इलाका है, यहीं पर बांग्लादेश से समुद्र भी लगता है। अब ये पूरा एरिया भारत की सिक्योरिटी के लिए बहुत इंपॉर्टेंट है। इसे सिलीगुड़ी कॉरिडोर भी कहते हैं। बांग्लादेश जो बार-बार चिकन नेक की बात करता है उसका मतलब भी इससे है कि अगर बांग्लादेश ने उस एरिया पर कब्जा कर लिया तो भारत के नॉर्थ ईस्ट स्टेट्स भारत से कट भी सकते हैं।


अब आगे की कहानी समझिए—बांग्लादेश को डर यह है कि भारत अपनी सिक्योरिटी के लिए इस चटगांव हिल्स पर कब्जा कर सकता है। इससे भारत के नॉर्थ ईस्ट स्टेट्स को भी सी का एक्सेस मिल जाएगा।

आपको याद ही होगा जब मोदी जी इस साल अमेरिका गए थे और एक जर्नलिस्ट ने इस बारे में ट्रंप से सवाल पूछा, तो ट्रंप ने बोला कि बांग्लादेश वाला मैटर मेरे दोस्त मोदी संभाल लेंगे। समझ रहे हो? समझ रहे हो आप?


अब इसी बात से मोहम्मद यूनुस घबराया हुआ है। आपको याद होगा कि यही यूनुस ट्रंप को लेकर कई बार उल्टे सीधे स्टेटमेंट भी दे चुका था। जब ट्रंप जीते तो बांग्लादेश में कई लोगों को हिरासत में भी ले लिया गया था जो ट्रंप की जीत को सेलिब्रेट कर रहे थे।

मोहम्मद यूनुस को ये लग रहा है कि अमेरिका ने इंडिया को हरी झंडी दे रखी है कि वो चटगांव हिल्स वाले एरिया को अपने कब्जे में ले ले ताकि बांग्लादेश और चीन वहां से किसी भी तरह से इंडिया को या यूएस के जो हित हैं उसे नुकसान ना पहुंचा पाए।


बस इसी बात से मोहम्मद यूनुस और फिजूल उर रहमान जैसे लोग डरे हुए हैं। और तो और, अमेरिका ने बांग्लादेश जाने वाले अपने सभी नागरिकों के लिए लेवल फोर की एक एडवाइज़री जारी करके कहा है कि वो लोग भूल कर भी चटगांव हिल्स वाले एरिया में ना जाएं।

अब यूनुसवा इस बात से भी डरा हुआ है। उसे पक्का पता है कि आज नहीं तो कल इंडिया इस एरिया को अपने कब्जे में ले लेगा। बस इसी घबराहट में ये लोग इंडिया के खिलाफ जहर उगलते रहते हैं।


बहुत सारे एक्सपर्ट्स का मानना है कि इंडिया के लिए जितना जरूरी पीओके पर कब्जा करना है, उससे कहीं ज्यादा जरूरी है कि भारत इस चटगांव हिल्स पर कब्जा करे। वरना वो चिकन नेक पर कब्जे वाला डर हमेशा बना रहेगा। इससे भारत के नॉर्थ ईस्ट की सिक्योरिटी कभी भी खतरे में पड़ सकती है।

अब बांग्लादेश को यह बात भी अच्छे से पता है कि उनके बाप में भी इतना दम नहीं है कि वो इंडिया से डायरेक्ट भिड़ पाएं। इसलिए वो चीन को बोल रहे हैं कि आप इस बंदरगाह पर आ जाओ। उनका यह पागल रिटायर्ड मेजर जनरल चीन को इनवाइट कर रहा है कि वह बांग्लादेश के साथ मिलकर भारत के नॉर्थ ईस्ट स्टेट पर कब्जा कर ले।

बांग्लादेश को यह भी लगता है कि चीन तो अरुणाचल और लद्दाख पर अपना दावा करता ही है तो चीन उसका सपोर्ट करेगा। लेकिन यहीं पर वो बड़ी गलती कर रहा है। बांग्लादेश के पागल फौजी अफसर कितनी ही बकवास क्यों ना कर लें, लेकिन भारत के लिए भी सोचने की बात है कि क्या चीन भारत के खिलाफ पाकिस्तान या बांग्लादेश का सपोर्ट करेगा?


तो इसके दो जवाब हैं। पहला जवाब तो ये है कि होने को कुछ भी हो सकता है क्योंकि चीन का आप कभी भरोसा कर नहीं सकते। 1962 में जो हुआ, गलवान में जो हुआ, वो इसका एग्जांपल है। लेकिन दूसरी तरफ फैक्ट ये भी है कि अमेरिका से ट्रेड वॉर के चलते आज चीन की इकॉनमी की हालत खराब है। चाइनीस कंपनियों के सामने भी बड़ा खतरा है कि अगर यूएस मार्केट बंद हो गया तो वो अपना माल कहां बेचेंगी? हम ये भी जानते हैं कि इंडिया और चीन के बीच 117 अरब डॉलर के आसपास का ट्रेड होता है।


इसलिए इस बात के चांसेस कम हैं कि ऐसे टाइम जब चीन ऑलरेडी अमेरिका के साथ एक ट्रेड वॉर में है, वो ऐसा कुछ करेगा कि इंडिया से भी उसके ट्रेड रिलेशन खराब हो जाएं—इसलिए नहीं करेगा। और दूसरा पॉइंट, चीन को भी अच्छे से पता है कि अगर उसने इंडिया के अगेंस्ट पाकिस्तान या बांग्लादेश किसी को भी सपोर्ट किया तो यूएस भी चुप नहीं बैठेगा। फिर अमेरिका भी इंडिया के साथ आ जाएगा और यूएस के साथ डायरेक्ट किसी भी कॉन्फ्लिक्ट में चीन कूदना नहीं चाहेगा।


दूसरी बात दोस्तों ये भी है कि अगर आप हिस्ट्री पर नजर डालें तो पाकिस्तान के साथ हमने 1948 वाले युद्ध को अगर छोड़ दें तो तीन बार युद्ध लड़ा है। हर बार पाकिस्तान हमसे हार भी गया है लेकिन एक बार भी चीन पाकिस्तान को बचाने आगे नहीं आया। हो सकता है चीन पीछे से बांग्लादेश या पाकिस्तान को सपोर्ट कर दे, कुछ हथियार भी दे दे लेकिन चीन खुलकर कभी सामने नहीं आएगा।

क्योंकि चीन के लिए सबसे ऊपर है उसके अपने इंटरेस्ट, उसकी अपनी इकॉनमी और वो इन दो छपरी देशों के लिए अपने इंटरेस्ट क्यों खराब करेगा? पाकिस्तान और बांग्लादेश तो सिवाय भीख मांगने के कुछ और करते नहीं हैं। इंडिया उसका दोस्त नहीं है फिर भी वो उसका इतना बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है। अब वो इन दो भिखारी देशों के कहने पर भारत से कोई पंगा लेगा—नहीं, ऐसा नहीं लगता।


अब सवाल ये है कि क्या बांग्लादेश अपनी औकात भूलकर भारत से पंगा लेगा? तो इसका जवाब है कि हां, ले भी सकता है। वो मैं इसलिए बोल रहा हूं क्योंकि कोई भी देश जो नफरत और जहर से भरा होता है ना, वो फिर रियलिटी से कट जाता है। आपके सामने पाकिस्तान उसका प्राइम एग्जांपल है। पाकिस्तान को अच्छे से पता है कि भारत की मिलिट्री के सामने उसकी कोई औकात नहीं है, फिर भी वो पिछले 78 सालों में हमसे चार बार लड़ चुका है।


अब सवाल ये है कि जब औकात नहीं थी तो वो लड़ता क्यों था? मतलब जब अंदर नहीं था कूदा, तो भारत में काहे लड़ने के लिए कूदा? वो इसलिए लड़ता है क्योंकि वहां की फौज के अंदर हिंदुओं के


खिलाफ बहुत जहर है, भारत को लेकर बहुत ज्यादा नफरत है। उस नफरत में वो इतने अंधे हो जाते हैं कि बार-बार भारत से लड़ने चले आते हैं।

आज की तारीख में सेम यही हाल बांग्लादेश का भी है। आप बांग्लादेश के क्रिकेट फैंस को देख लो। याद होगा आपको भारत ऑस्ट्रेलिया से वर्ल्ड कप फाइनल हारा था, तो ये लोग खुशी से पागल हो गए थे। मतलब इतना तो कोई देश अपनी टीम के जीतने पर खुश नहीं होता, जितना ये लोग हमारे हारने पर खुश थे।


दूसरा एग्जांपल देखो—जब शेख हसीना का तख्ता पलट हुआ तो आपने देखा कि वहां के कट्टरपंथियों ने हिंदुओं पर कितने हमले किए। जब तक शेख हसीना थी, तब तक वो ऐसे कट्टरपंथी एलिमेंट्स को कुछ हद तक कंट्रोल में रखती थी। लेकिन उनके जाते ही ऐसे सारे जिहादी आउट ऑफ कंट्रोल हो गए।

तभी आप देखिए आज बांग्लादेश पाकिस्तान के क्लोज आ रहा है। आईएसआई का चीफ बांग्लादेश आता है, बांग्लादेश पाकिस्तान से हथियार खरीदता है। वहां का डेपुटी पीएम भी बांग्लादेश आने का प्लान बनाता है। और अब जब भारत और पाकिस्तान में टेंशन है तो वहां का रिटायर्ड मेजर जनरल बोल रहा है कि बांग्लादेश को भारत के नॉर्थ ईस्ट स्टेट पर हमला कर देना चाहिए।


इस बात में कोई हैरानी नहीं होगी कि पाकिस्तान की तरह बांग्लादेश भी अपनी औकात भूलकर भारत के खिलाफ कोई बदमाशी कर दे। और ऐसा उसने किया तो उसका भी वही हश्र होगा जो 71 में पाकिस्तान का हुआ था। तब पाकिस्तान से निकल कर बांग्लादेश बना था। इस बार बांग्लादेश से निकल कर ग्रेटर आसाम बन जाएगा।

और अगर ऐसा हुआ तो आईपीएल के अगले सीजन में 10 नहीं 14 टीमें होंगी—दो आज के पाकिस्तान से निकलेंगी और दो टीमें आज के बांग्लादेश से। खाओ मां कसम, मुझे पता है ये सब सुनकर बहुत सारे पाकिस्तानी और बांग्लादेशी खिलाड़ियों के मुंह में पानी आ गया होगा।


ये बेगैरत सोच रहे होंगे कि यार कर लो हमारे पे कब्जा, वैसे भी अपने-अपने देश में रहकर हमें कुछ मिल तो रहा नहीं है। हिंदुस्तान ने हम पर कब्जा कर लिया तो कम से कम आईपीएल में खेल कर अगले 2 साल का पैसा तो कमा लेंगे।

अब आपको क्या लगता है? जिस तरह पाकिस्तान के नागरिकों को ढूंढ-ढूंढ कर भारत से बाहर निकाला जा रहा है, उन्हें वापस पाकिस्तान भेजा जा रहा है—क्या जल्दी बांग्लादेश के लोग जो इललीगल तरीके से यहां रह रहे हैं, उनको भी निकालना चाहिए कि नहीं?


कमेंट करके अपनी राय जरूर देना। और साथ ही ये भी बताना कि आप जहां भी रहते हैं भारत में, जहां से भी आप ये न्यूज पढ़ रहे हैं, क्या आपको भी शक है कि इललीगल तरीके से आपके भी अगल-बगल कहीं कोई बांग्लादेशी रह रहा है?

प्लीज जरूर कमेंट करना। न्यूज पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों से जरूर शेयर करना। थैंक यू फॉर वॉचिंग। जल्दी मिलते हैं। जय हिंद, वंदे मातरम।


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