Donald Trump को पाकिस्तान ने बनाया Jocker: साथ में की Donald Trump की Pakistan ने की International बेज्जती
इंडिया और पाकिस्तान के बवाल के बीच में जिस तरह से डॉनल्ड ट्रंप आकर क्रेडिट ले रहे थे, बहुत सारे लोगों को लगा कि भाई साहब, मेरे आंगने में तुम्हारा ही काम है! लेकिन ट्रंप जो हैं, वो अपने आप को उस्ताद समझ रहे थे, बॉस समझ रहे थे। पाकिस्तान को अंडरएस्टीमेट कर लिया। उन्हें लगा कि भाई, पैसा दे रहे हैं, तो पाकिस्तान वाला हमारी बोली बोलेगा।
लेकिन उनको नहीं पता कि पाकिस्तान के पेट में भी एक दांत है, जहां पर आतंकवाद वाला बड़ा सा दांत है, जो काटता रहता है। ऊपर से अलग दिखाता है कि "हे बाबू, गरीब आदमी", लेकिन अंदर वाला जो है, वो आतंकवाद वाला है। और यही वजह रही कि डॉनल्ड ट्रंप को लेकर हमको वो कहावत याद आई: "चौबे चले छब्बे बनने, दुबे बन के लौटे।"
जिस सीजफायर का ढोल पीटकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया के सामने वो शांति का मसीहा बनकर नोबेल पुरस्कार पाने की शायद ख्वाब में बैठे थे, 4 घंटे के अंदर उनके ख्वाब को पाकिस्तान ने चकनाचूर कर दिया। मतलब, डॉनल्ड ट्रंप का शांति वाला सीजफायर TikTok की रील जैसा छोटा निकला। गाजेबाजे के साथ ऐलान किया गया, लेकिन उसके बाद धुआं-धुआं।
ट्रंप की डिप्लोमेसी का जनाजा ऐसा निकला कि अंतरराष्ट्रीय दुनिया में उनकी गजब की बेइज्जती हुई है। मतलब सारी दुनिया कह रही है कि डॉनल्ड ट्रंप और ट्रंप को लेकर वो वाला मीम वायरल हो रहा है कि "मैं, मैं वो हूं जो..." यहाँ पर आया। हमको सबसे अच्छा मीम डॉनल्ड ट्रंप पे वो वाला लगा, वो जो एक खुद ही उनका… हां, वही। डॉनल्ड ट्रंप ने एक्चुअली वही किया है। पाकिस्तान ने उस पंखे की तरह उनके ऊपर वही कर दिया है और वो वही झेल रहे हैं।
और इसको करने के लिए वो खुद जिम्मेदार हैं क्योंकि किसी और ने उनसे नहीं कहा था कि पाकिस्तान पर इतना एतबार करो। हम जानते हैं कि पाकिस्तान भरोसे के लायक नहीं है। हमने खुद कह दिया था पहले ही वीडियो में – काहे का सीजफायर? ये वैसे ही होगा जैसे शिमला समझौता हुआ था – कहने का।
लेकिन पाकिस्तान डॉनल्ड ट्रंप के लिए बड़ा तेज़ निकला। हालांकि अब हमको पाकिस्तान को लेकर भी सोचना है कि अगर पाकिस्तान को सोचना हो तो किसके बारे में सोचेगा? असली टेंशन कौन है पाकिस्तान की – इंडिया या वो पगलवा डॉनल्ड ट्रंप जो बीती रात उनको डेढ़ बिलियन डॉलर दिलवाया था और आज अपनी दुनिया भर में बेइज्जती करवा रहा है?
क्या पाकिस्तान के लिए खतरा हिंदुस्तान से आगे बढ़ के अब डॉनल्ड ट्रंप भी है? अगर पाकिस्तान गंभीरता से सोचे तो हां है, क्योंकि शहबाज शरीफ कह के तो आए कि "माई-बाप तुम ही हो, तुम ही हो माता-पिता", अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी लिखा कि "माई-बाप, तुमने आज बचा लिया पाकिस्तान को।"
जब वो संबोधित कर रहे थे, तब भी यही कहा कि "पापा अमेरिका ने बचा लिया।" पापा ट्रंप जो थे, वह ना होते तो आज शायद ना रात का खाना होता क्योंकि वह \$1 बिलियन डॉलर जो आया और ना आज सोना होता क्योंकि इंडिया तो मूड में बैठी थी। लेकिन शायद शहबाज शरीफ की शराफत को आसिम साहब नहीं समझे और पाकिस्तान फौज के प्रमुख ने डॉनल्ड ट्रंप को ठेंगा दिखाते हुए पहले श्रीनगर, फिर उधमपुर, फिर जम्मू-कश्मीर के कई कोनों में हमला कर दिया।
सेंसिटिव हमला था। जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने तंज कसा कि "डॉनल्ड ट्रंप, एक ऐसा सीजफायर है जहां बारूद दिखाई पड़ रहा है।" ट्रंप की शांति जो है, वो एलओसी पर ड्रोन, गोलों और गोलीबारी से क्यों खामोश हो गई है?
यह पाकिस्तान की तरफ से ट्रंप की लाईव बेज़ती थी, जिसको लेकर हमने कहा कि "चौबे बनने गए थे, दुबे बनकर लौट आए।" TikTok वाला सीजफायर था – टिका ही नहीं। मतलब शांति के महा आर्किटेक्ट बनने चले डॉनल्ड ट्रंप, जो अब सोशल मीडिया पर जोकर बनकर बैठे हैं। और उनकी साख को ऐसा झटका लगा है कि मतलब सच में, वही – "लगा दीजिए म्यूजिक, सारी उम्र में जोकर बन रहा…"
हालांकि एक सवाल यह भी आता है एक भारतीय के तौर पर कि डॉनल्ड ट्रंप की दोस्ती थी या साजिश थी? क्योंकि डॉनल्ड ट्रंप ने अपनी बेइज्जती तो कराई, जिसके वो लायक हैं, लेकिन हिंदुस्तान डॉनल्ड ट्रंप को एक दोस्त के तौर पर देख रहा था। और डॉनल्ड ट्रंप ने जो आज किया, क्या वो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चोट पहुंचाने के लिए था?
भारत-पाक सीजफायर की घोषणा नई दिल्ली से पहले डॉनल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर कर दी। अगर आप नोटिस करो – शहबाज शरीफ ने ट्वीट किया, डॉनल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया, हिंदुस्तान ने ट्वीट नहीं किया था। मोदी जी ने ट्वीट नहीं किया था। इंडिया में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी नहीं हुई थी। डॉनल्ड ट्रंप ने उसके पहले ही ट्वीट कर दिया और कहा कि "मैंने करवाया, मैं! I am the Big Boss, I am the Man!"
ऐसा लगा कि शायद वह नहीं चाहते थे कि ऑपरेशन सिंदूर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जो प्रसिद्धि मिलती, वो मिले। ऐसा लगा – एक हिंदुस्तानी के तौर पर अगर हम देखें तो – दिखाई पड़ता है कि अगर मोदी जी इस ऑपरेशन सिंदूर को अंतिम मंज़िल तक ले जाते, तो वो इस सदी के सबसे ताकतवर वर्ल्ड लीडर बन जाते। क्योंकि आज तक दुनिया में कभी किसी देश ने किसी परमाणु…
शक्ति वाले देश के घर में घुसकर उसको बैंड नहीं बजाया और इंडिया ने बजाया मोदी जी ने बजाया ऑपरेशन सिंदूर के जरिए बजाया बीती रात भी कई बार बजाया लेकिन डॉन्ड ट्रंप शायद शायद यहां पर असह थे और इसीलिए उन्होंने हड़बड़ाहट में आकर ट्वीट कर दिया जबकि उन्हीं के वाइस प्रेसिडेंट बार-बार ये कह रहे थे दो दिन से कि हमारी कोई हैसियत नहीं है इसमें मध्यस्था कराने की।
हकीकत यही थी कि इंडिया ने पाकिस्तान की बैंड बजाई थी और उस बैंड का असर था कि पाकिस्तान के लोग जो हैं वो परेशान थे।
पाकिस्तान की फौज ने दोपहर 3:30 बजे फोन किया था, बात हुई लेकिन डॉनल्ड ट्रंप इस पूरे मामले को हाईजैक करने आ गए।
ठीक है पाकिस्तान पर भरोसा किया तो पाकिस्तान ने भी उनका काट दिया।
लोग अब कह रहे हैं कि मोदी जी ने चुप रहकर ट्रंप की बेइज्जती का मजा लिया है।
2 घंटे का सीज फायर कराकर ट्रंप ने इतिहास के सबसे छोटे सीज फायर का आनंद लिया।
अब ले ले वो छोटा वाला नोबेल प्राइज — लिटिल लिटिल।
हां लिटिल ही मिलेगा क्योंकि बड़ा तो चला ही नहीं।
पाकिस्तान ने एक्चुअली डोनाल्ड ट्रंप की साख, डोन्ड ट्रंप के अहंकार, डोन्ड ट्रंप की डिप्लोमेसी को ग्लोबल स्टेज पर ऐसा रौंदा है कि उनकी शांति का TikTok वायरल हो गया।
अब सवाल यह है कि डॉन्ड ट्रंप क्या इसे अपनी बेज्जती मानकर पाकिस्तान को सबक सिखाएंगे?
क्या वो जिहादी मुल्क की फंडिंग बंद करवा कर जवाब देंगे या डेड डिप्लोमेसी का शोक मनाते रहेंगे?
क्योंकि पाकिस्तान ने सिर्फ सीमाएं नहीं तोड़ी हैं बल्कि डॉनल्ड ट्रंप को भी दुनिया के सामने तोड़ दिया है, उनकी साख को तोड़ा है।
अब डॉन्ड ट्रंप केवल मीम बनकर रह गए हैं।
ट्रंप साहब हम तो अभी भी कहेंगे — भाई साहब वक्त है, आओ साथ में, यार एक काम करो सुनो।
हम क्या ही मारे यार, तुमने लादेन को मारा था, एक बार जाके पाकिस्तान को फिर से ठोक दो।
ठोक दो यार, ये जोकर वाली टोपी जो है, इसको उतार दो, उतार दो भाई।
पाकिस्तान ने तुम्हारा काट दिया यार, बहुत गंदा काटा है।
पाकिस्तान ने डबल गेम खेल दिया तुम्हारे साथ।
मतलब एक तो तुम भी महान हो जब तुमको पता है कि पाकिस्तान ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स में नंबर दो का आतंक एक्सपोर्टर है,
जब तुमको पता है हिंदुस्तान सबूत दे रहा है कि देखो भाई साहब जैश-ए-मोहम्मद के लोग खड़े हैं, कुछ मरे पड़े हैं और पीछे फौज खड़ी है।
ये सारे सबूत जो तुमको हम दे रहे हैं,
जब तुम्हारे सामने मसूद अज़हर का वो लेटर है जिसमें वो कह रहा है उसके परिवार के 14 लोग चले गए।
यह सब जानते हुए भी तुम उसे एक अरब डॉलर की भीख दे रहे थे।
जब तुम भिखारी को भीख दोगे और ऐसे धोखेबाज भिखारी को बिना कॉमन सेंस लगाए तो फिर झटका तो खाओगे।
शहबाज शरीफ ने प्यार से तुमको थैंक यू कह के टहला दिया ईगो को और उसी वक्त तुम्हारा काट दिया।
और जो तुमने शांति का ढोल पीटा था उस पे पाकिस्तान ने कील ठोक दिया।
क्योंकि जो सीज फायर डॉन्ड ट्रंप ने करवाया है वो हिस्ट्री का सबसे छोटा सीज फायर है।
और डॉन्ड ट्रंप की डिप्लोमेसी को मान लो कब्रिस्तान में शामिल कर दिया।
खैर डॉनल्ड ट्रंप भाई, कॉमन सेंस का इस्तेमाल करना, भविष्य में शानदार रहना।
दुनिया आपको मान रही थी कि आप होशियार आदमी हो यार, लेकिन आपने बताया कि आप अभी भी थोड़ा डिप्लोमेसी में कच्चे हो।
इंटरनेशनल बेइज्जती तो हुई है अमेरिका की।
एक्चुअली बेइज्जती हुई है जो आतंक के ठेकेदारों को पार्टनर समझती है।
पाकिस्तान ने भारत से सीज फायर की भीख मांगी थी।
भारत अपने हिसाब से कर लेता लेकिन ट्रंप को घुसना था, मोदी जी से क्रेडिट लेना था, तो ले लिया — अब झेलो।
हिंदुस्तान तो जवाब देगा,
क्योंकि पाकिस्तान ने जो हरकतें शुरू की हैं, हिंदुस्तान शांत नहीं बैठने वाला।
हमारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में हमने सुन लिया — शबाज शरीफ अपने यहां गाना गा रहे हैं कि शाहीन ऐसा हुआ, वैसा हुआ।
पोएट्री आवाज में पफ मामा के पड़ रहे हैं।
हमारे यहां ये वाली बकलोली नहीं होगी।
हमारे यहां सेना ने साफ-साफ कहा है कि सीज फायर वायलेशन हुआ है, जवाब हम देंगे।
पिछली बार जवाब दिया था, 3:30 बजे रात को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पाकिस्तान के डीजीआईएसपीआर आए थे।
इस बार फिर देंगे और जब देंगे तो हम नहीं आएंगे बताने — पाकिस्तान खुद आकर दुनिया को बता देगा।
वो जो आज शबाज शरीफ कह रहे थे कि बड़े सारे शहीद हो गए — वो कर देंगे।
लेकिन सवाल है कि डॉन्ड ट्रंप क्या करेंगे?
क्या अपमान का बदला लेंगे?
पाकिस्तान में जाएंगे?
क्योंकि डॉनल्ड ट्रंप का अहंकार, उनकी साख, उनकी समझ ग्लोबल स्टेज पर चूरचूर हो गई है।
ग्लोबल स्टेज पर वो ट्रंप हो गए हैं, डोनल्ड डक बन गए हैं।
शांति का ऑस्कर जीतने की जगह पर वो जोकर बन गए हैं।
करवा तो ली गजब बेशती।
अब यहां से बदला — भिखारी पाकिस्तान से।
क्योंकि पाकिस्तान इन्हीं की बैसाखी में चलता है।
अगर डॉनल्ड ट्रंप पैसा देना बंद कर दे तो पाकिस्तान में रात को खाना नहीं बनेगा।
\$ बिलियन डॉलर मांगा है — ढाई बिलियन डॉलर के आसपास तो एक्सेप्ट कर लिया पाकिस्तान ने।
लेकिन जो पैसा दिया, उसी का पाकिस्तान ने काट दिया।
वही जोकर बन गया।
अब उस पर हंसी भी आ रही है, दया भी आ रहा है।
सवाल यही है कि क्या करेंगे डॉनल्ड ट्रंप?
कॉमन सेंस लगाएंगे?
पाकिस्तान को सबक सिखाएंगे?
या जोकर बनकर दुनिया में घूमते रहेंगे?
खैर वो क्या करेंगे, वो उनका मसला है।
हम क्या करेंगे पाकिस्तान के साथ, वो आपको पाकिस्तान के टीवी चैनल्स में सुनाई पड़ जाएगा।
इंतजार कीजिए।
आज पाकिस्तान ने बड़ी हिमाकत की है जम्मू कश्मीर में — कुछ आधी रात को, कुछ कल रात को।