Pak Nuclear Base Destroy?: क्या सच में पाकिस्तान में न्यूक्लियर खतरा बना है

  Pak Nuclear Base Destroy?: क्या सच में पाकिस्तान में न्यूक्लियर खतरा बना है

 


दोस्तों इस वक्त का सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या भारत ने एक हमले में पाकिस्तान की सारी न्यूक्लियर पावर को बर्बाद कर दिया है। पूरी दुनिया में यह खबर चल रही है कि पाकिस्तान अपने ही परमाणु गेम में फंस गया है। जी हां, पूरे इंटरनेट पर ये खबर छाई हुई है कि कैसे भारत ने पाकिस्तान के किराना हिल्स में जो हमला किया, उसके बाद उस जगह रखे न्यूक्लियर हथियारों को नुकसान पहुंचाया।


जी हां, किराना हिल्स के इसी एरिया में पहाड़ों के अंदर बंकर बनाकर पाकिस्तान ने अपने न्यूक्लियर हथियार रखे थे। खबरें हैं कि इस पहाड़ के एक बेस पर आकर एक मिसाइल टकराती है, जिसके बाद पूरी पाकिस्तानी फौज में हड़कंप मच जाता है। खबर ये भी है कि ये हमला ब्रह्मोस मिसाइल से किया गया है। हमला इतना ताकतवर था कि उस हमले से उस इलाके में रिक्टर स्केल पर पांच से ऊपर का भूकंप आ जाता है। फिर खबर आती है कि इस हमले के फौरन बाद वहां पाकिस्तान की न्यूक्लियर एसेट्स को नुकसान पहुंचता है, जिससे रेडिएशन होने लगता है।


उसी वक्त भारत पाकिस्तान के नूरखान एयरबेस को भी तबाह कर देता है। यहीं से कुछ दूरी पर पाकिस्तानी फौज का कमांड सेंटर भी था। फिर एक-एक करके पाकिस्तान के सारे एयरबेस तबाह कर दिए जाते हैं। ये सब देखकर पाकिस्तानी फौज भयंकर पैनिक में चली जाती है। अमेरिका तक खबर पहुंच जाती है कि पाकिस्तान अपने न्यूक्लियर हथियार का इस्तेमाल कर सकता है। उसके बाद पूरे सीन में अमेरिका की एंट्री होती है और फिर आगे क्या होता है ये आपको बताने की जरूरत नहीं है।


लेकिन सवाल ये है दोस्तों कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि भारत की चंद सेकंड की कार्रवाई में पाकिस्तान बिलबिलाने लगा? आखिर ऐसा क्या हुआ कि पाकिस्तान ने अपने जिन परमाणु हथियारों को पूरी दुनिया से छिपा कर रखा था, पाकिस्तान ने अपने जिन हथियारों को भारत पर हमले के लिए तैयार किया था, वो सारे हथियार लॉन्च होने से पहले ही खतरे में आ गए? तो आखिर हुआ क्या? आइए आपको एक-एक चीज डिटेल में समझाते है दोस्तों सबसे पहले आप ये समझ लें, किराना हिल्स पाकिस्तान में वो सबसे बड़ी जगह है जहां पाकिस्तान ने अपने न्यूक्लियर हथियार स्टोर करके रखे हुए हैं। ये बेस सरगौदा एयरबेस से लगभग 9-10 कि.मी की दूरी पर है। ये जगह सरगौदा एयरबेस मुशाफ के पास में है, जहां परमाणु हथियारों को ले जाने वाले J16 विमान भी तैनात रहते हैं।


खबर है कि जब भारत के लाख समझाने के बावजूद पाकिस्तान ने भारत के सिविल ठिकानों और एयरबेस पर हमला करना बंद नहीं किया, तो फिर भारत ने भी पाकिस्तान को सबक सिखाने का फैसला कर लिया। अब हुआ ये कि पाकिस्तान के हमलों में तो भारत का कुछ हुआ नहीं क्योंकि वो सारी मिसाइलें हवा में ही बर्बाद कर दी गईं। लेकिन जब बारी भारत के हमले की आई तो पाकिस्तान में कयामत आ गई। भारत गाइडेड बम और मिसाइलों से सुरंग के एंट्री गेट पर धमाका करता है। जैसा कि मैंने पहले कहा, ये अटैक इतना जबरदस्त था कि वहां पर भूकंप आ जाता है। इंडियन एयरफोर्स ने सिर्फ पहाड़ी पर हमला किया था, लेकिन उससे पहाड़ी के अंदर मौजूदा सारा स्ट्रक्चर, जिसके अंदर ये न्यूक्लियर बम या परमाणु बम स्टोर करके रखे गए थे, वो स्ट्रक्चर पूरी तरह टूट कर नीचे आ जाता है।



कहते हैं उसी वक्त अंदर कुछ ऐसा हुआ है कि शायद जिससे रेडिएशन हो गया। इस रेडिएशन की बात अब पाकिस्तान की तरफ से जारी की गई एक नोटिफिकेशन में भी हो रही है। इसकी ऑथेंटिसिटी हम कंफर्म नहीं कर सकते लेकिन ये तय है कि उस जगह से लोकल लोगों को हटा दिया गया है। लोग परेशान होकर एक दूसरे से पूछ रहे हैं कि आखिर हम कहां जाएं। सोशल मीडिया पर ऐसी बहुत सारी पोस्ट घूम रही हैं। इसके अलावा उसी वक्त नूर खान के एटॉमिक सेंटर पर भी अटैक किया गया। वो अटैक इतना जबरदस्त था कि नासा ने इसकी थर्मल सिग्नेचर को रिकॉर्ड किया। पता चला कि वहां थर्मल हॉटस्पॉट 24 घंटे से ज्यादा वक्त तक रहा। इंडियन एयरफोर्स के इस बड़े हमले ने पाकिस्तानी परमाणु कमांड सेंटर को ही खतरे में डाल दिया और वहां का सारा इंफ्रास्ट्रक्चर बर्बाद कर दिया।


इस बीच सोर्सेस से ये कंफर्म हुआ है कि इस हमले से गुफा की स्टोरेज फैसिलिटी को भी तगड़ा नुकसान हुआ है, जिससे लो लेवल का परमाणु रेडिएशन भी हुआ है। उसी वक्त इंडियन एयरफोर्स ने पाकिस्तान के जैकोबाद एयरबेस, भुलहारी और चगई हिल्स पर भी हमले कर दिए, जिससे वहां भी भारी तबाही मच गई। यही वो टाइम था जब रोता हुआ पाकिस्तान अमेरिका के पास पहुंचा और उसे बताया कि “चाचा, चाचा, हमारा सारा सौदा फट गया है, इंडिया को रोक लो वरना हम मारे जाएंगे।” रेडिएशन की बात सुनकर अमेरिका की भी हालत खराब हो गई। जो अमेरिका कल तक ये बोल रहा था कि ये इंडिया और पाकिस्तान का लफड़ा है, एकदम से वो पूरा देश नींद से जाग गया। उसे समझ में आ गया कि अगर इंडिया को नहीं समझाया तो दिन निकलने से पहले पाकिस्तान का सूरज ही डूब जाएगा।


अमेरिका की अगली टेंशन ये थी कि इन गधे पाकिस्तानियों ने अपने न्यूक्लियर ठिकानों पर क्या नुकसान करवा लिया, ये पता लगाया जाए। तभी अमेरिका ने अपना यूएसबी 350 एयरक्राफ्ट, जिसे स्पेशली न्यूक्लियर इमरजेंसी के लिए बनाया हुआ है, उसे फौरन पाकिस्तान भेजा। अमेरिका का एयरक्राफ्ट स्पेशली रेडियोलॉजिकल या न्यूक्लियर एक्टिविटी पर नजर रखने के लिए बनाया गया है। यही वो टाइम था जब इजिप्ट से एक एयरक्राफ्ट ईजीवाई 1916 रावलपिंडी में उतरता है। लोग हैरान हो जाते हैं कि इस माहौल में बिना किसी पैसेंजर के मिस्र का विमान पाकिस्तान में क्या कर रहा है। मगर ये पता लगते देर नहीं लगती कि मिस्र का ये विमान बोरोन की खेप लेकर पाकिस्तान आया है। आपको बता दें कि इजिप्ट में नील नदी के किनारे बोरोन के भंडार हैं। बोरोन एक ऐसा एलिमेंट है जो न्यूक्लियर रेडिएशन को अब्सॉर्ब करता है।


बोरोन की खासियत यह है कि बोरोन कार्बाइड न्यूट्रॉन को अब्सॉर्ब कर लेती है और कोई बड़ा नुकसान नहीं होने देती है। अब जैसे ही ये सारी खबरें सामने आईं तो दुनिया के लोगों को समझने में देर नहीं लगी कि पाकिस्तान ने अपने न्यूक्लियर एसेट्स बर्बाद करवा लिए हैं। ये सब देखकर यूएस के डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी के एक रिटायर्ड ऑफिसर ने कहा कि ये अपने आप में इस बात का प्रूफ है कि पाकिस्तान के न्यूक्लियर हथियार अब बेकार हो गए हैं और अमेरिका का विमान इन्हीं हथियारों को सेफ जगह पर डंप करने जा रहा है। अमेरिकी एक्सपर्ट्स ने कहा है कि अमेरिका का जहाज का वहां जाना, मिस्र से बोरोन का वहां लाया जाना और फिर पाकिस्तान का यूएस को बोल कर सीजफायर करवाना, डॉट्स कनेक्ट कर रहे हैं।


आप अपने आप में ये सब कुछ साबित करने के लिए काफी है कि आखिर वहां हुआ क्या। अभी तक जो मैंने आपको थ्योरी बताई है, लगभग पूरा इंटरनेट इसी से भरा पड़ा है। जाहिर है कल जब डीजे की पीसी प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई थी तो भारत के एयर मार्शल ने इस बात से डिनाई किया था कि हमने किराना हिल्स पर कोई अटैक नहीं किया। लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस तरह की बातें पब्लिकली मानी नहीं जातीं। लेकिन अगर सच में ऐसा हुआ है, तो भारत दुनिया का ऐसा पहला देश बन गया है जिसने एक न्यूक्लियर देश के अंदर घुसकर उसके न्यूक्लियर बमों को ही बर्बाद कर दिया है और अगर ये सब सच है जो कि साफ-साफ लगता भी है तो पाकिस्तान की इससे बड़ी बेइज्जती और कुछ नहीं हो सकती। दोस्तों आप सोच कर देखिए जिस न्यूक्लियर बम की धमकी पाकिस्तान भारत को पिछले 27 सालों से दे रहा था, जिस न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग के चलते भारत में ना जाने कितने बम धमाके हुए, जिस न्यूक्लियर ध्वंस के चलते 26-11 के हमले के बाद भी पाकिस्तान पर कोई हमला नहीं किया गया — आखिर में ये पंचर देश, ये छपरी मुल्क, ये भिखारियों का सरताज अपने उन्हीं न्यूक्लियर बमों को नहीं बचा पाया।



मतलब और उसकी हालत ये है कि उसके ही न्यूक्लियर बमों की वजह से अब उसके ही देश के लोगों पर जान पर बनाई है। उन्होंने अपना घर छोड़ दिया, वहां पर उस एरिया में जो लोग रहते थे। अगर ये रेडिएशन आउट ऑफ कंट्रोल हुआ दोस्तों, तो हो सकता है कि उस इलाके में पाकिस्तान के लोग कभी अपने घर वापस ना जा पाएं, कभी उस जगह पर कोई उगाई चीज ना खा पाएं, कभी उस जगह में दोबारा रहने ना जा पाए। जैसा कि कहते हैं ना, बंदर के हाथ में उस्तरा — इस कहावत का इससे बड़ा एग्जांपल और क्या होगा। ये फटीचर मुल्क हमें 27–28 सालों से न्यूक्लियर की धौंस दे रहा था और इन चौथी फेलों को ये भी नहीं पता था कि चाचा, अपने न्यूक्लियर बम से तुम दूसरों को बाद में मार लेना, पहले यह तो पक्का कर लो कि अपने इन बमों को बचाना कैसे है।


दोस्तों आज मैं डंके की चोट पर कहता हूं, प्लीज बुरा ना मानना, लेकिन सिर्फ इन चार दिनों में ये साबित हो गया कि पाकिस्तानी फौज से बड़ी नपुंसक कौम पूरी दुनिया में कोई नहीं है। ये इतने फट्टू हैं कि भारत से कभी सीधी लड़ाई लड़ ही नहीं सकते। आज से पहले चार-चार जंगों में जूते खाए थे, फिर डर गए तो पीछे से आतंकी हमले करवाने लगे। और इस बार जब हमने सीधा हमला किया तो हर दिन जलील हुए, बेइज्जत हुए, बेआबरू हुए और हर रोज कूटे गए। ना ये हमारी फौज के हाथों अपने आतंकियों के अड्डे बचा पाए, ना ये फट्टू हमारे हाथों अपने एयरबेस बचा पाए। और जिन परमाणु हथियारों के दम पर ये सारी जिंदगी उछल रहे थे, हमारी फौज ने सिर्फ एक मिनट में उसकी हवा निकाल दी। अब समझ में आया पुलवामा हमले के बाद मोदी जी ने क्यों कहा था कि मिट्टी में मिला देंगे? भारत ने पाकिस्तान के जिस ठिकाने पर हमला किया है वो मिट्टी में ना मिला हो तो मुझे बताना — सब एकदम सफाचट कर दिया हमारी फौज ने।

अब समझ में आया मोदी जी क्यों कह रहे थे कि हमारी प्लानिंग बहुत आगे की है? मतलब प्लानिंग ये थी कि जिस न्यूक्लियर बम की धौंस पर ये भिखारी फुदक रहे थे, इनका वो झुनझुना ही तोड़ डाला।

जिस बम के दम पर ये उछल रहे थे, उस बम की सारी हवा निकाल ली। इस हमले के साथ पाकिस्तान को साफ बता दिया गया कि बेटा, ना तो तुम्हारे परमाणु बमों की कोई औकात है और ना ही तुम्हारे फौज की कोई औकात। हम जहां जाएंगे, जब चाहेंगे, जैसे चाहेंगे तुम्हें ठोक सकते हैं। तुम एक के बाद एक भारत पर मिसाइलें दागते रहे, कुछ नहीं हुआ। हमारी ब्रह्मोस मिसाइल ने सिर्फ एक धमाका किया, तुम्हारे मुल्क में भूकंप आ गया।


और फिर अंडरलाइन कर दूं दोस्तों — अभी तक भारतीय फौज ने पाकिस्तान को जो अपनी ताकत दिखाई है वो सिर्फ 5% ताकत भी नहीं है हमारी फौज की। अगर अगली बार ऐसा कुछ हुआ तो पाकिस्तान का वहीं पर गेम सेट और मैच हो जाएगा। अब दिक्कत पता है क्या है? भारत के इस हमले से पाकिस्तान की तो फटी है, थोड़ी बहुत अमेरिका की भी फटी है क्योंकि जिस ब्रह्मोस मिसाइल से अटैक हुआ है वो मिसाइल भारत और रूस दोनों ने मिलकर डेवलप की है। ये एक सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल है जो हवा की स्पीड से भी कई गुना तेजी से जाती है। ये कितनी एक्यूरेट है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगाओ कि भारत से कई सौ किलोमीटर दूर अगर इसे पाकिस्तान के किसी ठिकाने पर छोड़ा जाता है या छोड़ा गया, तो ये एक भी इंच इधर या उधर नहीं होती।


आप जरा सोच कर देखिए — एक मिसाइल भारत से चलती है और पाकिस्तान के एयरबेस के सीधा रनवे के बीचोंबीच अटैक करती है, हिट करती है।

ना 1 इंच इधर, ना 1 इंच उधर।

हमने 6 मई को जब पाकिस्तान के नौ अड्डों पर अटैक किया था, आपने उसकी तस्वीरें देखी होंगी।

एक मस्जिद जिसका इस्तेमाल पाकिस्तानी फौज अपने ट्रेनिंग कैंप के तौर पर कर रही थी — जब उस जगह पर अटैक किया गया तो मिसाइल मस्जिद के कंपाउंड की छत के बीचों-बीच जाकर लगती है। ऐसा नहीं कि मिसाइल साइड में गिर गई है, अगल-बगल वाली मंज़िल पर गिर गई — सीधा बीच में।


इसको ले मैन की लैंग्वेज में अगर मैं आपको समझाऊं तो ये वैसा ही है जैसा अगर आप दिल्ली से एक बास्केटबॉल को उछाल कर फेंके और वो बास्केटबॉल मुंबई में किसी बास्केटबॉल के कोर्ट में लगे रिंग में चली जाए।

बिल्कुल वैसा ही — एक्जेक्टली रिंग में।

इसीलिए तो पाकिस्तान की फटकर 74 हो गई।

क्योंकि वही बात है ना बाबा, जब तक आप किसी को अपनी ताकत नहीं दिखाते ना तो सामने वाले को भी समझ में नहीं आता कि आपकी हैसियत क्या है।

उसे लगता है — सिर्फ बोल रहा है, कुछ करेगा थोड़ी ना।


और सही कहूं तो इसी गलतफहमी में पाकिस्तान की पिलाई हुई है। पुलवामा के बाद जब हमने अटैक किया तो उन लोगों ने क्या बोला था याद होगा आपको — "कोई कौवा भी नहीं मरा।" उन्हें लगा इंडिया इससे ज्यादा और क्या ही कर लेगा। ये बस हमें डराते हैं। लेकिन इस बार जब हमने सीधे स्ट्राइक उस जगह पर कर दी जहां उनके न्यूक्लियर हथियार रखे थे तो उनकी अक्ल के सारे दरवाजे एक साथ खुल गए। उन्हें समझ में आ गया कि इंडिया वालों की ताकत क्या है, इंटेलिजेंस कितना पुख्ता है जो इन्हें पता लग गया कि हमारे हथियार कहां हैं, और इनकी काबिलियत कितनी है — ये बिल्कुल उसी जगह पर हिट कर सकते हैं जहां ये चाहते हैं। उम्मीद है पाकिस्तान को ये सबक सारी जिंदगी याद रहेगा। और मेरे को तो ये लगता है कि पाकिस्तान को ये सारा सच अपनी आवाम को बता देना चाहिए। क्योंकि इससे बड़ी घिनौनी चीज कुछ हो ही नहीं सकती कि आप अपनी आवाम को सच ही नहीं बता रहे हो।


बाकी आप जरा बताइए कमेंट करके — क्या लगता है, क्या भारत ने सच में पाकिस्तान की न्यूक्लियर धौंस की सारी अकड़ निकाल दी है या ये मादरनी अभी मानेंगे नहीं, अभी और भी मस्ती करेंगे? जो भी हो, आपकी राय कमेंट करके हमें जरूर बताएं।

जय हिंद।

वंदे मातरम।

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